घनश्याम तिवाड़ी भाजपा में लौटकर बोले- मेरी रग-रग में है BJP

Smart News Team, Last updated: Sat, 12th Dec 2020, 1:53 PM IST
  • जयपुर में भाजपा में शामिल होने के बाद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा- जीवन भर जिन सिद्धांतों के लिए वे लड़ रहे थे, वे सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पूरे किए हैं. ऐसे में उनके मन में छटपटाहट थी और वे भाजपा से बाहर नहीं रह सकते थे. 
घनश्याम तिवाड़ी

जयपुर. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और शिक्षा मंत्री रह चुके घनश्याम तिवाड़ी की शनिवार को घर वापसी हो गई. बता दें कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार के दौरान उनकी सरकार से कुछ नाराजगी थी. उसके बाद उन्होंने भारत वाहिनी पार्टी बनाई और चुनाव लड़ा. हालांकि उन्हें न केवल हार का सामना करना पड़ा, बल्कि जिस सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में उनकी पकड़ थी, वहां उनकी जमानत भी नहीं बच सकी. इसके बाद उन्होंने करीब दो साल पहले आपातकाल की बरसी पर भाजपा छोड़ी और कांग्रेस में शामिल हो गए. 

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के समक्ष फिर से भाजपा का दामन थाम लिया. इस दौरान उन्होंने कहा- 'मैं पहले भी भाजपा में था. बीच में जब मैं पार्टी से दूर था, तब भी मेरा मन पार्टी से जुड़ा रहा और आज फिर से मैं भाजपा में हूं.' तिवाड़ी ने राजस्थान भाजपा ईकाई और केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी में आने के लिए एक पत्र लिखा था और उसके बाद उनकी वापसी हुई है. भाजपा में फिर से वापसी करते हुए घनश्याम तिवाड़ी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे पहले संघ और जनसंघ से जुड़े रहे और भाजपा के जन्म के साथ ही भाजपा से जुड़ गए. उन्होंने कहा कि मेरी रग-रग में भारतीय जनता पार्टी समाई हुई है. घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि उन्होंने कभी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता नहीं ली. केवल उनके मंच पर गया. कांग्रेस पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में कोई हिस्सा नहीं लिया, चाहे वह सीएए के विरोध में हो या कोई अन्य विरोध-प्रदर्शन. 

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उन्होंने कहा कि जीवन भर जिन सिद्धांतों के लिए वे लड़ रहे थे, वे सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पूरे किए हैं. ऐसे में उनके मन में छटपटाहट थी और वे भाजपा से बाहर नहीं रह सकते थे. तिवाड़ी ने कहा कि पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है. ऐसे में पार्टी आगे जो भी निर्देश दिए कि वे उसे मानेंगे. उनकी इच्छा है कि एक बार फिर से राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने.

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