राजस्थान: ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे कराएगा 2 घंटे में दिल्ली से जयपुर का सफर

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Fri, 17th Sep 2021, 9:08 PM IST
  • राजस्थान के दौसा जिले में गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 1350 किलोमीटर लंबे दिल्ली से मुंबई के बीच बन रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य का जायजा लिया. इस एक्सप्रेस-वे के जरिए आने वाले दिनों में दिल्ली से जयपुर के बीच की दूरी महज 2 घंटे में पूरी की जा सकेगी.
1350 किमी लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का चल रहा है निर्माण कार्य (प्रतिकात्मक फोटो)

जयपुर. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत दिल्ली से मुंबई के बीच बन रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य का  निरीक्षण किया था. इसके लिए वह गुरुवार को दौसा जिले के धनावड़ गांव पहुचें और इस बीच दिल्ली से दौसा तक बने एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण भी किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि 90 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे है. 1350 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के 350 किलोमीटर का निर्माण पूरा हो चुका है. अभी इस एक्सप्रेस-वे पर 8 लेन बनाई जा रही है. और भविष्य में जरुरत पड़ने पर 4 लेन और बढ़ाई जाएगी. इस एक्सप्रेस-वे का काम जनवरी 2023 तक पूरा होने का अनुमान है.

गौरतलब है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे राजस्थान के 7 जिलों अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा के 18 तहसीलों और इन तहसीलों के 265 गांवों की सीमाओं से होकर गुजर रही है . 

केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि इस हाइवे के बन जाने पर दिल्ली से कई राज्यों की दूरी घटेगी. जानकारी के लिए बता दें कि इस एक्सप्रेस के जरिए दिल्ली से जयपुर का सफर महज 2 घंटे, चंडीगढ़ 2 घंटे, मेरठ 40 मिनट, देहरादून 2 घंटे और हरिद्वार 2 घंटे में आसानी से पहुंचा जा सकेगा. 

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दिल्ली से मुंबई का सफर सिर्फ 12 घंटे में पूरा

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने के बाद दिल्ली से मुंबई के बीच की दूरी सिर्फ 12 घंटे में पूरी की जा सकेगी. अभी इस एक्सप्रेस-वे को 8 लेन में बनाया जा रहा है. भविष्य में जरूरत पड़ने पर 4 लेन और बढ़ाई जाएगी. इस निर्माण कार्य में वाइल्ड लाइफ का पूरा ख्याल रखा गया है. इस एक्सप्रेस-वे पर चलने वाली गाड़ियों के लिए मानक भी अलग होंगे. इन मानकों के तहत गाड़ियों के हॉर्न, म्यूजिक के आधार पर बांसुरी, हारमोनियम, तबला के आवाज जैसे संगीतमय होगा.

नितिन गडकरी ने कहा कि राजस्थान की सरकार राजमार्ग के आस-पास व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ाए ताकि यहां के युवाओं को रोजगार मिल सके. केंद्र सरकार इसमें पूरा सपोर्ट करेगी. केंद्र भी मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाने की तैयारी कर रहा है. उन्होंने कहा कि जयपुर से दिल्ली इलेक्ट्रिक हाईवे बने, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं.  और एक ऐसा कानून भी बनाया जा रहा है जिससे पेट्रोल डीजल को जल्दी ही देश के बाहर कर दिया जाए. पेट्रोल की बजाय इथेनॉल से गाड़ियां चलेगी. 110 की बजाय 65 रुपए वाला एथेनॉल काम में लिया जाएगा. इससे प्रदूषण कम होगा. 

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