जयपुर: जेडीए के नोटिस को नजरअंदाज कर खड़ी कीं बहुमंजिला इमारत, अब हो रही हैं सील
- जयपुर में नियमों को ताक पर रखते हुए लगातार अवैध निर्माण किया जा रहा है. शहर में जेडीए के नोटिस को नजरअंदाज कर बहुमंजिला इमारत बनाने का भी मामला सामने आया है. ऐसे में इन पर कार्रवाई करते हुए जेडीए ने बिल्डिंग को भी सील कर दिया है.

जयपुर में नियमों को ताक पर रखते हुए लगातार अवैध निर्माण किया जा रहा है. शहर में जेडीए के नोटिस को नजरअंदाज कर बहुमंजिला इमारत बनाने का भी मामला सामने आया है. इस मामले को लेकर जेडीए ने भी सख्ती से कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. जेडीए एक्ट 32 और 33 के नोटिस के बावजूद अवैध निर्माण करने के मामले सामने आए थे, ऐसे में प्रवर्तन दस्ते ने बीते सोमवार को तीन बहुमंजिला इमारत को भी सील कर दिया है.
जेडीए द्वारा सील की गई इन इमारतों में से एक इमरात आगरा रोड पर स्थित थी, जिसमें तीन मंजिला बिल्डिंग इकोलॉजिकल जोन में बनाई गई. इसके साथ ही रानीसती नगर और महेश नगर में जेडीए की अनुमति के बिना ही बेसमेंट सहित व्यावसायिक भवन का निर्माण करना भी शामिल है. बताया जा रहा है कि जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने इन इमारतों को लेकर बीते साल नवंबर महीने में इन्हें एक्ट के तहत 32 और 33 के जेडीए नोटिस भी थमाए थे, लेकिन इन्हें नजरअंदाज कर अवैध निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा था.
जयपुर: बैंकों के निजीकरण से गुस्साए कर्मचारी, हड़ताल पर जाने का किया घोषणा
जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने दोनों अवैध बिल्डिंग को सील कर दिया. वहीं, दूसरी और, जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने तीन बिल्डिंगों के एंट्री गेट और सीढ़ियों में दीवार बना दी, जिससे अवैध निर्माणकर्ता किसी भी तरह से निर्माण कर नहीं कर सके. बताया जा रहा है कि जेडीए की और से दीवार चुनने के बाद बाकायदा इस पर लिखा जाता है कि यह बिल्डिंग जेडीए द्वारा सील है ऐसे में सील तोड़कर प्रवेश करना कानूनी अपराध माना जाता है. दीवार चुनने के लिए प्रवर्तन दस्ता स्वयं के स्तर पर मजदूर भी लेकर जाता है.
अन्य खबरें
जयपुर: बैंकों के निजीकरण से गुस्साए कर्मचारी, हड़ताल पर जाने का किया घोषणा
जयपुर: 3 माह की हिना के खून का रंग मिला सफेद, कोलेस्ट्राल की मात्रा भी अधिक
जयपुर सर्राफा बाजार में सोना चांदी उछला, आज का मंडी भाव
पेट्रोल डीजल 2 फरवरी का रेट: जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर में नहीं बढ़े दाम