राजस्थान की सियासत में कांग्रेसी घमासान का बवंडर थमा तो नेताओं ने गुनगुनाए गीत
- राजस्थान में पिछले 31 दिनों से चल रहे कांग्रेस की गहलोत सरकार का आज जब बवंडर थमा तो जैसलमेर से 90 विधायक और 20 कांग्रेसी नेता जयपुर लौटे. इस दौरान महेश जोशी ने मोहम्मद रफी का गीत गुनगुनाया- 'ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूं'

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे के 90 विधायक और 20 कांग्रेसी नेता आज जैसलमेर की सियासी बाड़ेबंदी से आजाद होकर जयपुर लौट आए. सभी विधायकों को एयरपोर्ट से सीधे होटल फेयरमोंट ले जाया गया. इससे पहले गहलोत गुट के विधायकों का एक वीडियो सामने आया है.
यह वीडियो विधायकों के जैसलमेर में होटल से एयरपोर्ट जाने का है. बस में बैठे विधायक रिलेक्स्ड नजर आ रहे हैं.
गहलोत सरकार पर छाए संकट के बादल हटने की खुशी विधायकों के चेहरों पर साफ दिखी. रास्ते में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने गाने गाए तो साथी विधायकों ने भी उनका साथ दिया. महेश जोशी ने सबसे पहले मोहम्मद रफी का गाना 'रंग और नूर की बारात किसे पेश करूं, ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूं...' गाकर सुनाया. बस में बैठे अन्य विधायकों ने जोशी से कुछ और नगमें पेश करने की जिद की. इसके बाद जोशी ने पंकज उदास की गजल 'ला पिला दे साकिया पैमाना पैमाने के बाद, होश की बातें करूंगा, होश में आने के बाद...' सुनाया.
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