जयपुर ACB ने मंत्री के करीबी कांग्रेस पार्षद को 5 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा

Komal Sultaniya, Last updated: Thu, 17th Feb 2022, 9:27 PM IST
  • राजस्थान के अलवर में ACB ने राजस्थान सरकार में एक कैबिनेट मंत्री के खास बताए जाने वाले अलवर नगर परिषद के कांग्रेस पार्षद नरेंद्र मीणा को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है. टीम ने ठेकेदार संजीव भार्गव व दिनेश गुप्ता को गिरफ्तार किया है. 
जयपुर ACB ने मंत्री के करीबी कांग्रेस पार्षद को 5 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा

जयपुर. राजस्थान के अलवर में ACB ने राजस्थान सरकार में एक कैबिनेट मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह और जेल मंत्री टीकाराम जूली के बेहद खास बताए जाने वाले अलवर नगर परिषद के कांग्रेस पार्षद नरेंद्र मीणा को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है.  एसीबी के अधिकारियों के अनुसार टेंडर प्रक्रिया में वर्क आर्डर जारी करने की एवज में रिश्नत मांगी गई थी. टीम ने ठेकेदार संजीव भार्गव व दिनेश गुप्ता को गिरफ्तार किया है. रिश्वत शहर में होने वाले 15 करोड़ के विकास कार्य के एवज में बतौर कमीशन ली थी.

यह रिश्वत राशि की पहली किश्त बताई जा रही है. वैसे 15 करोड़ में 5 प्रतिशत राशि रिश्वत में दी जानी थी. जो करीब 75 लाख रुपए बनती है. दोनों ठेकेदार व पार्षद के घर पर एसीबी सर्च कर रही है. पार्षद नरेंद्र मीणा एक कैबिनेट मंत्री के नजदीकी हैं. दोनों ऑर्चिड रेजीडेंसी में अगल-बगल के फ्लैट में रहते हैं. गुरुवार दोपहर में मोती डूंगरी स्थित रेजीडेंसी पर दबिश देकर गिरफ्तार किया है. मीणा से 5 लाख 15 हजार रुपए बरामद कर ली है. जयपुर,अलवर एसीबी की टीम ने मिलकर कार्रवाई की है.

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एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि अलवर नगर परिषद में टेंडर प्रक्रिया में वर्क आर्डर जारी करने में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी. जिस पर विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर पहले सत्यापन किया गया. अभी जांच चल रही है. रिश्वत की राशि किस-किस ने दी थी, यह पता लगा रहे हैं. प्रारंभिक सूचना की पुष्टि होने के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया है. राशि जब्त कर ली है. ठेकेदारों के घरों से भी कुछ राशि मिली है.

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उल्लेखनीय है कि करीब चार महीने पहले भी अलवर सभापति बीनू गुप्ता और उनके बेटे को 80 हजार की राशि के साथ एसीबी ने गिरफ्तार किया था. एसीबी के 6 महीने में दो बड़ी कार्यवाही होने के बाद अलवर नगर परिषद फिर सुर्खियों में आ गई है. कांग्रेस सरकार में अलवर नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है. जहां करोड़ों रुपए का खेल चल रहा है. अलवर नगर परिषद में बगैर पैसे काम नहीं होता है. जयपुर से आई एसीबी की टीम की कार्यवाही के बाद आम जनता का कहना है की अलवर में जनता के कोई भी काम नही हो रहे. नेताओं के काम खूब हो रहे हैं. भला अब गरीब के पास पैसे नही है तो उनके काम भी अटके पड़े है और राजनेताओं के करीबी जमकर लूट मचा रहे है.

जयपुर. राजस्थान के अलवर में ACB ने राजस्थान सरकार में एक कैबिनेट मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह और जेल मंत्री टीकाराम जूली के बेहद खास बताए जाने वाले अलवर नगर परिषद के कांग्रेस पार्षद नरेंद्र मीणा को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है.  एसीबी के अधिकारियों के अनुसार टेंडर प्रक्रिया में वर्क आर्डर जारी करने की एवज में रिश्नत मांगी गई थी. टीम ने ठेकेदार संजीव भार्गव व दिनेश गुप्ता को गिरफ्तार किया है. रिश्वत शहर में होने वाले 15 करोड़ के विकास कार्य के एवज में बतौर कमीशन ली थी.

यह रिश्वत राशि की पहली किश्त बताई जा रही है. वैसे 15 करोड़ में 5 प्रतिशत राशि रिश्वत में दी जानी थी. जो करीब 75 लाख रुपए बनती है. दोनों ठेकेदार व पार्षद के घर पर एसीबी सर्च कर रही है. पार्षद नरेंद्र मीणा एक कैबिनेट मंत्री के नजदीकी हैं. दोनों ऑर्चिड रेजीडेंसी में अगल-बगल के फ्लैट में रहते हैं. गुरुवार दोपहर में मोती डूंगरी स्थित रेजीडेंसी पर दबिश देकर गिरफ्तार किया है. मीणा से 5 लाख 15 हजार रुपए बरामद कर ली है. जयपुर,अलवर एसीबी की टीम ने मिलकर कार्रवाई की है.

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एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि अलवर नगर परिषद में टेंडर प्रक्रिया में वर्क आर्डर जारी करने में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी. जिस पर विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर पहले सत्यापन किया गया. अभी जांच चल रही है. रिश्वत की राशि किस-किस ने दी थी, यह पता लगा रहे हैं. प्रारंभिक सूचना की पुष्टि होने के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया है. राशि जब्त कर ली है. ठेकेदारों के घरों से भी कुछ राशि मिली है.

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उल्लेखनीय है कि करीब चार महीने पहले भी अलवर सभापति बीनू गुप्ता और उनके बेटे को 80 हजार की राशि के साथ एसीबी ने गिरफ्तार किया था. एसीबी के 6 महीने में दो बड़ी कार्यवाही होने के बाद अलवर नगर परिषद फिर सुर्खियों में आ गई है. कांग्रेस सरकार में अलवर नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है. जहां करोड़ों रुपए का खेल चल रहा है. अलवर नगर परिषद में बगैर पैसे काम नहीं होता है. जयपुर से आई एसीबी की टीम की कार्यवाही के बाद आम जनता का कहना है की अलवर में जनता के कोई भी काम नही हो रहे. नेताओं के काम खूब हो रहे हैं. भला अब गरीब के पास पैसे नही है तो उनके काम भी अटके पड़े है और राजनेताओं के करीबी जमकर लूट मचा रहे है.

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