जयपुर: राजस्थान में कल से ठप्प हो सकती है एम्बुलेंस सेवा, जानें क्या है वजह

Smart News Team, Last updated: Mon, 17th Aug 2020, 9:47 PM IST
  • राजस्थान में काफी समय से अपनी मांगों को लेकर एम्बुलेंस कर्मचारी फिर से विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं. ऐसे में यदि इन लोगों ने कार्य बहिष्कार किया तो आमजन के लिए परेशानी होना तय है.
एम्बुलेंस सेवा

राजस्थान में अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस कर्मचारियों ने एक बार फिर से 108 और 104 एंबुलेंस सेवा ठप्प करने की चेतावनी दे डाली है. राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक को पत्र लिखकर आज शाम तक उनकी मांगों पर फैसला करने की बात कही है. यदि मांग पूरी नहीं हुई तो कल से पूरे प्रदेश में एंबुलेंस कर्मचारी अनिश्चितकाल के लिए कार्य नहीं करेंगे. उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है.

दरअसल, एम्बुलेंस कर्मचारी संगठन लम्बे समय से अपनी लंबित मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहा है और विभाग की ओर से उन्हें बार-बार आश्वासन दिया जाता रहा है, लेकिन अब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हुई हैं.

यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि एंबुलेंस कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की ओर से आदेश दिए जा चुके हैं, फिर भी बढ़ोतरी नहीं हुई है. साथ ही एंबुलेंस कर्मचारियों का कार्य समय 8 घंटे करने की मांग भी उनके मांग पत्र में शामिल है. इसके अलावा एंबुलेंस कर्मचारियों को राज्य सरकार की ओर से बनाई गई संविदाकर्मी कमेटी में शामिल करने, वेतन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रतिवर्ष करने की मांग भी शामिल है.

वहीं, एंबुलेंस संचालन में एंबुलेंस कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को रिसीवर नियुक्त करने की मांग भी यूनियन उठा रहा है. साथ ही उन्हें अपने कार्य स्थान पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, कार्य के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर 20 लाख रुपए मुआवजा देने और एंबुलेंस कर्मचारियों को कोविड-19 की परिस्थितियों में कार्य करने के लिए प्रोत्साहन राशि देने की भी मांग की जा रही है. उन्होंने कहा की काफी समय बीत जाने के बावजूद भी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है.

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