जयपुर: 32 लाख छोटे व आठ लाख बड़े पुराने वाहनों पर लगाए जाएंगे फास्ट टैग

Smart News Team, Last updated: Wed, 9th Sep 2020, 5:57 PM IST
  • जयपुर. अब निर्धारित तारीख के बाद यदि फास्ट टैग नहीं लगाए गए तो इन पर कार्रवाई की जाएगी. जयपुर क्षेत्र के 40 लाख पुराने वाहनों को फास्ट टैग लगाए जाने के निर्देश दिए हैं. वर्तमान समय में 60% लोग ही फास्ट टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं.
फास्ट टैग

जयपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय पुराने वाहनों पर भी फास्ट टैग अनिवार्य करने जा रहा है. हालांकि पहले भी इन वाहनों पर फास्ट टैग लगे थे. मगर अब निर्धारित तारीख के बाद यदि फास्ट टैग नहीं लगाए गए तो इन पर कार्रवाई की जाएगी. एक जनवरी 2021 से इस नए नियम को लागू किया जा सकता है. यदि इस अवधि तक फास्टट्रैक वाहनों पर नहीं लगे तो इन पर कार्रवाई की जाएगी.

बताते चलें कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने जयपुर क्षेत्र के 40 लाख पुराने वाहनों को फास्ट टैग लगाए जाने के निर्देश दिए हैं. इनमें 32 लाख कार जीप और आठ लाख भारी यात्री वाहन है. सबसे ज्यादा पुराने वाहन जयपुर और जोधपुर में है. यह वह वाहन है जो एक दिसंबर 2017 से पहले आरटीओ डीटीओ ऑफिस में पंजीकृत हुए थे. और दौरान वाहनों पर फास्ट टैग की अनिवार्यता नहीं थी. इसी वजह से वाहन निर्माता कंपनियों की तरफ से फास्ट टैग नहीं लगाया गया था.

इसका कारण मंत्रालय द्वारा बताया गया फास्ट टैग न होने से टोल पर लंबी कतारें लग जाती हैं. इसमें एक वाहन पर दो से तीन मिनट का समय खर्च हो जाता है. जबकि यदि वाहन पर फास्ट टैग लगा हो तो 20 या 25 सेकंड में ही वाहनों से गुजर जाते हैं. बताया कि 60% लोग ही वर्तमान समय में फास्ट टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि वाहन मालिक किसी भी अधिकृत एजेंसी से फास्ट टैग लगवा सकते हैं और यदि वह चाहे तो टोल बूथों पर भी यह सुविधा उपलब्ध है. एनएचएआई ने जगह-जगह फास्टट्रैक लगवाए जाने के लिए बूथ भी बनाए हैं.

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