जयपुर: परीक्षाओं का लम्बा शेड्यूल अभ्यर्थियों की बढ़ा रहा चुनौती
- कई परीक्षाएं एक साथ होने से असमंजस में पड़े परीक्षार्थी. केंद्र और राज्य सरकार के बीच परीक्षा को लेकर सामंजस्य नही. दो परीक्षाओं के एक साथ आयोजन से परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा में सम्मिलित होने का असमंजस
जयपुर। एक साथ कई परीक्षाओं के आयोजन से परीक्षार्थी असमंजस की स्थिति में पड़े हुए हैं. ऐसे में परीक्षार्थी परेशान हैं कि वह किस परीक्षा में शामिल हो.
एक तरफ राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जा रही परीक्षाओं में शामिल होने की बाध्यता है तो वहीं केंद्र सरकार द्वारा कुछ प्रतियोगी परीक्षाएं भी आयोजित की जा रही हैं.
इस तरह लगातार परीक्षाओं का दौर चल रहा है जिसके चलते परीक्षार्थी असमंजस की स्थिति में पड़े हुए हैं. साथ ही कुछ परीक्षाओं के परीक्षा केंद्र भी इतनी दूर बनाए गए हैं जहां एक ही दिन में दो जगह पहुंच पाना मुश्किल है.
ऐसे में वर्ष भर की मेहनत परीक्षार्थियों को बेकार जाती हुई दिख रही है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर सभी परीक्षाओं के आयोजन के बीच में कुछ दिनों का अंतर रखना चाहिए ताकि सभी परीक्षार्थी सभी परीक्षाओं में सम्मिलित हो सके. वरना परीक्षार्थियो की वर्ष भर की मेहनत बेकार जाएगी.
बता दें कि कोरोना काल में विवादों के बाद आखिरकार सरकारी विभागों की भर्ती अनलॉक भले ही हो गई हो, लेकिन परीक्षाओं के लंबे शिड्यूल ने अभ्यर्थियों की थोड़ी मुसीबत बढ़ा दी है.
बेरोजगारों का कहना है कि परीक्षाओं का शिड्यूल लंबा होने की वजह से परीक्षा देना ही चुनौती बना हुआ है.
ताजा मामला 20 से 27 सितंबर तक होने वाली आरपीएससी एसीएफ व एफआरओ भर्ती से जुड़ा है.
लोक सेवा आयोग की ओर से संभाग व जिला मुख्यालय पर सेंटर दिए गए हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि 20 से 27 सितंबर तक केंद्र सरकार की ओर से पांच से अधिक परीक्षाओं का आयोजन होना है. ऐसे में अभ्यर्थी असमंजस में है कि कौन सी परीक्षा में शामिल हो और किसमे नहीं.
इस मामले में बेरोजगारों ने आयोग प्रशासन को भी लिखित में शिकायत दी है. आरक्षण सहित अन्य प्रावधानों की वजह से यह भर्ती दो साल से नियमों के पेच में भी उलझी रही है.
आरपीएससी एसीएफ व एफआरओ भर्ती के पहले दिन 20 सितंबर को सामान्य ज्ञान व अंग्रेजी विषय की परीक्षा होनी है.
इसके बाद 21 से 27 सितंबर शेष दो प्रश्न पत्रों की परीक्षा होनी है. अभ्यर्थियों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि या तो अभ्यर्थी इस शिड्यूल के हिसाब से तीन दिन परीक्षा देने के लिए दूसरे शहर में जाए या फिर वहीं होटल में कमरा लेकर सात दिन रहे.
नौ साल बाद हो रही परीक्षा
लोक सेवा आयोग की ओर से लगभग नौ साल बाद इतने पदों के साथ परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. इस कारण बेरोजगार इस भर्ती में शामिल होना चाहते हैं.
बेरोजगारों का कहना है कि केंद्र सरकार की भर्ती परीक्षाओं वाले दिन की परीक्षाएं आरपीएससी को स्थगित कर नई तिथि घोषित करनी चाहिए.
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