ऐसा शिव मंदिर जहां दर्शन के लिए करना पड़ता है एक साल इंतजार, जुड़ा है ये रहस्य

Smart News Team, Last updated: Mon, 28th Feb 2022, 7:42 PM IST
  •   ये धार्मिक स्थल राजस्थान के जयुपर में स्थित है. ये मंदिर एक पहाड़ी पर बना हुआ है, जिसका कपाट साल में एक बार सिर्फ शिवरात्रि के दिन ही खोला जाता है. भक्तों को इस मंदिर के खुलने की प्रतीक्षा रहती है और इस दिन यहां दर्शन के लिए लंबी कतार लग जाती है. यहां लाखों की संख्या में भक्त अपनी मनोकामन लेकर दर्शन करने आते हैं, ये मंदिर जयपुर के मोती डूंगरी में बना हुआ है.
शिव मंदिर जहां दर्शन के लिए करना पड़ता है एक साल इंतजार (Eklingeshwar temple)

जयपुर: इस साल महाशिवरात्रि का त्यौहार मंगलवार 1 मार्च 2022 को मनाया जा रहा है. महाशिवरात्रि को लेकर भक्तों में खूब धूमधाम और उल्लास का माहौल होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा और अभिषेक किया जाता है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं , जिसके कपाट केवल शिवरात्रि वाले दिन ही खुलते हैं.

इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन पाने के अभिलाषी भक्तों को सालभर का इंतजार करना पड़ता है. ये एक ऐतिहासिक मंदिर है, जो एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर के नाम से विश्व में जाना जाता है. ये धार्मिक स्थल राजस्थान के जयुपर में स्थित है. ये मंदिर एक पहाड़ी पर बना हुआ है, जिसका कपाट साल में एक बार सिर्फ शिवरात्रि के दिन ही खोला जाता है. भक्तों को इस मंदिर के खुलने की प्रतीक्षा रहती है और इस दिन यहां दर्शन के लिए लंबी कतार लग जाती है. यहां लाखों की संख्या में भक्त अपनी मनोकामन लेकर दर्शन करने आते हैं, ये मंदिर जयपुर के मोती डूंगरी में बना हुआ है.

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इस मंदिर के लिए बताया जाता है कि जब इसकी स्थापना हुई थी तब भगवान शिव के साथ उनके परिवार की भी मूर्तियां स्थापित की गई थी लेकिन कुछ समय बाद मंदिर से शिव परिवार गायब हो गया. इसके बाद से एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर को चमत्कारी मंदिर कहा जाने लगा. कहा तो ये भी जाता है कि एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर कई सालों पुराना है, जिसकी स्थापना जयपुर की स्थापना से पहले ही हो गई थी.

शिवरात्रि के दिन इस मंदिर में विशेष रूप से तैयारी और सजावट की जाती है, जो. यहां जाने वाले लोगों का मन मोह लेती है. इस मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को करीब एक किलोमीटर की चढाई करनी पड़ती है. इसके बाद ही मंदिर में महादेव का दर्शन मिल पाता है.

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