10 हजार करोड़ के बाइक बोट घोटाले का मुख्य आरोपी संजय भाटी जयपुर से गिरफ्तार
- बाइक बोट घोटाले में मुख्य आरोपी संजय भाटी को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया. देश के कई राज्यों में करीब 300 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स प्रा. लि. (जीआईपीएल) के डायरेक्टर बनकर लोगों से दस हजार करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की.

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के दस हजार करोड़ से ज्यादा के बाइक बोट घोटाले में राजस्थान की जयपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जयपुर पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय भाटी समते तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस घोटाले में देश के कई राज्यों में करीब 300 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. बाइक बोट घोटाले की जांच ईडी, एसआईटी, ऑडब्लूईएस, सीबीआई जैसी बड़ी एजेंसियां कर रही हैं. पुलिस ने आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. उत्तर प्रदेश की पुलिस से संपर्क करके आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें आरोपी संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स प्रा. लि. (जीआईपीएल) के डायरेक्टर बनकर लोगों से दस हजार करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की. आरोपी संजय भाटी ने सबको विश्वास में लिया उसके बाद लोगों से पैसे ठगे. संजय भाटी ने ओला, उबर की तरह से बाइक बोट के नाम से कंपनी खोल ली. लोगों को अच्छे कमाई का लालच देकर कंपनी में करोड़ों रुपए का निवेश भी करवा लिया. आरोपियों के खिलाफ राजस्थान, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, मुम्बई के विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज है. आरोपियों के खिलाफ सबसे ज्यादा 27 केस सिर्फ राजस्थान के जयपुर में दर्ज है.
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गौतम बुद्ध नगर का रहने वाला है मुख्य आरोपी:
जयपुर पुलिस के डीसीपी (साउथ) हरेंद्र महावर ने पत्रकारवार्ता में बताया कि मुख्य आरोपी गौतम बुद्ध नगर के दनकौर इलाके में स्थित चिती गांव का रहने वाला संजय भाटी है. दूसरा आरोपी मेरठ जिले के फलवदा का रहने वाला विजयपाल कसाना है. तीसरा आरोपी राजेश भारद्वाज बुलंदशहर जिले के खुर्जा इलाके के शेकपेन मोहल्ला में रहता है.
क्या था मामला:
मुख्य आरोपी संजय भाटी ने हर महीने 9000 रूपये तथा वर्ष में 1,08,000 रूपये का कमीशन कमाने का लुभावना लालच देकर गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स प्रा. लि. (जीआईपीएल) में बाइक बोट स्कीम नाम की कंपनी खोली. उसके बाद प्रत्येक व्यक्ति से करीब 65 हजार रूपये की बाइक के नाम से निवेश करवाया. जिसके बाद उसने धोखाधड़ी की. बता दें कंपनी में 12 हजार कर्मचारी काम करते थे. करीब 10,000 से अधिक बाइक टैक्सी संचालित कर रखी थी. आरोपी ने करीब 1,50,000 व्यक्तियों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है.
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