जयपुर नगर निगम जेईएन रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, पहले भी मिली थी शिकायत
- जयपुर नगर निगम के जेईएन ने मकान का पट्टा देने की एवज़ में मांगी थी 30 हजार की रिश्वत. शिकायत पर एसीबी टीम ने रंगे हाथों पकड़ा.

जयपुर. एन्टी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए राजधानी जयपुर में जयपुर नगर निगम कार्यालय में कार्यरत एक जेईएन को 9 हज़ार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा लिया. आरोपी 21 हजार की रिश्वत राशि पहले ही परिवादी से ले चुका था. आरोपी ने ये रिश्वत की राशि परिवादी से उसके मकान का पट्टा देने की एवज़ में मांगी थी. गिरफ़्तार आरोपी जयपुर नगर निगम के विद्याधर नगर जोन में कार्यरत जेईएन अंकुर मिश्रा है.
आरोपी अंकुर मिश्रा ने ये रिश्वत की राशि परिवादी कमलेश से उसके मकान का पट्टा देने की एवज़ में मांगी थी. एसीबी अधिकारियों के मुताबिक़ परिवादी कमलेश ने अपने मकान का पट्टा लेने के लिए निगम की आयोजन शाखा में अप्लाई किया था. लेकिन पट्टा लेने के लिए अब जेईएन अंकुर मिश्रा ने परिवादी कमलेश से 30 हज़ार रुपए की रिश्वत की मांग की. परिवादी कमलेश ने जेईएन अंकुर को रिश्वत देने के लिए तैयार हो गया. इसके बाद उसने इसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय में कर दीं. शिकायत किए जाने के बाद एसीबी ने मामले का सत्यापन कराया. मामले का सत्यापन करवाने पर एसीबी ने मामले को सही पाए जाने पर आरोपी को ट्रैप करने की कार्यवाही को अंजाम देना तय किया. सत्यापन के तहत आरोपी अंकुर मिश्रा ने 21 हज़ार रुपया पहले ले लिए और बाक़ी नौ हज़ार रुपये बाद में देना तय किया गया. योजना के तहत अंकुर ने गुरुवार परिवादी कमलेश को सीकर रोड स्थित खेतान हॉस्पिटल के सामने बाक़ी बची हुई 9 हज़ार रुपए की रिश्वत लेने के लिए बुलाया. योजना के तहत परिवादी खेतान हॉस्पिटल के सामने पहुंचा गया. आरोपी ने परिवादी कमलेश से जैसे 9 हज़ार रुपए की रिश्वत ली. ठीक वैसे ही एसीबी ने कार्यवाही करते हुए आरोपी अंकुर मिश्रा को रंगे हाथों नौ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया और विद्धाधर नगर थाना ले आए.
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