जयपुर नगर निगम का आदेश, एक जुलाई से प्लास्टिक के सामान पर पूर्ण प्रतिबंध

Haimendra Singh, Last updated: Wed, 23rd Feb 2022, 11:29 AM IST
  • केन्द्रीय वन,पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय के आदेश के बाद जयपुर नगर निगम ने एक जुलाई 2022 से प्लास्टिक पर पूर्ण रुप से बैन लगाने का फैसला किया है. नगर निगम ने आदेश दिया है कि सभी कारोबारी 30 जून तक प्लास्टिक के सभी को खत्म कर दे. 
जयपुर में एक जुलाई से प्लास्टिक पर पूर्ण रुप से बैन.( प्रतीकात्मक फोटो )

जयपुर. प्लास्टिक का प्रयोग पर्यावरण के लिए कितना हानिकारक है इसका अंदाजा पूरी दुनिया को लग रहा है, लेकिन इसके बावजूद लोग अंधाधुंध तरीके से इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. इसको ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय वन,पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय ने 100 माइक्रोन से कम मोटाई की प्लास्टिक के बने ग्लास, कप, पॉलीथिन, कांटे-चम्मच, प्लेट आदि सामानों पर एक जुलाई 2022 से पूर्ण प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. सरकार के आदेश के बाद जयपुर नगर निगम ने भी सार्वजनिक नोटिस जारी करते हुए शहर के कारोबारियों और दुकानदारों को प्लास्टिक के सामान के स्टाक को जल्द खत्म करने को कहा है.

जयपुर नगर निगम ने सार्वजनिक आदेश के तहत कहा गया है कि व्यापारियों, कारोबारियों, कंपनियों को प्लास्टिक से बनने वाले सामान को 30 जून का खत्म करना होगा. इसके बाद मोबाइल की हेडफोन, कैंडी स्टीक, प्लास्टिक के झण्डे, आइसक्रीम की डंडिया और खिलौने आदि पर बैन लग जाएगा. इसका बाद कोई कंपनी प्लास्टिक से कोई प्रोटेक्स नहीं बना सकेगी. सरकार के आदेश के बाद व्यापारियो को यह चिंता सताने लगी है कि बैन के बाद प्लास्टिक की जगह कौन-सा पदार्थ लेगा.

राजस्थान हाईकोर्ट ने RAS Exam के रिजल्ट को रद्द किया, फिर से परिणाम जारी करने का निर्देश

क्या है सिंगल यूज प्लास्टिक

प्लास्टिक की ऐसी चीजे जिनका एक बार इस्तेमाल करने करने के बाद फैक दिया है जिसमें पानी की बोतले, गिलास, प्लेट, थैली, स्ट्रा और पाउच आते है. एक बार यूज करने के बाद इनको फेंक दिया जाता है जिसके कारण वह हमारी मिट्टी में मिलकर पेड़-पौधों और फसलों के वृद्धि व उत्पादन को भी प्रभावित करता है. माना जाता है कि प्लास्टिक को गलने में काफी समय लगता है जिससे हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है. इसके अलावा उत्पादन पर कम खर्च आने के कारण रोजाना के बिजनेस और कारोबारी इकाइयों में इसका इस्तेमाल काफी होता है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें