खुलासा: जयपुर में प्रेमिका संग मिलकर नौकर ने रची थी साजिश, व्यापारी को भेजा डमी बम, अरेस्ट
- जयपुर में व्यापारी को धमकी भरा पत्र और केक बॉक्स में बम भेजने के आरोपियों का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. व्यापारी के नौकर ने ही कर्जा उतारने के लिए अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर बॉक्स में डमी बम भेजा और 10 लाख रुपए की फिरौती की मांग की थी. पुलिस ने नौकर, प्रेमिका समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
जयपुर. राजस्थान के जयपुर में एक व्यापारी को धमकी भरा पत्र और केक बॉक्स में बम भेजने के आरोपियों का खुलासा राजस्थान पुलिस ने कर दिया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि व्यापारी के नौकर ने ही कर्जा उतारने के लिए अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर बॉक्स में डमी बम भेजा और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने की योजना बनाई थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नौकर, उसकी प्रेमिका समेत कुल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपी नौकर अनीस अहमद ने बताया कि उसे इलेक्ट्रिक काम की जानकारी है. उसने छोटी बैटरी, टाइमर घड़ी, बिजली के तार और अन्य उपकरणों से डमी टाइमर बम तैयार किया था. बम निरोधक दस्ते ने भी बम में किसी भी तरह का विस्फोटक मौजूद न होने की पुष्टि की है.
डीसीपी ईस्ट प्रहलाद कृष्णियां ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि 40 वर्षीय अनीस अहमद, 19 वर्षीय सुहालिया और सुभाष को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से एक-एक रिक्शा ड्राइवर पप्पू को हिरासत में ले लिया था. रिक्शा चालक से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि एक महिला ने उसे बम वाला बॉक्स दिया था. जिसके बाद पुलिस ने बाकी आरोपियों को ढूंढ निकाला. पुलिस ने बताया कि आरोपी अनीस अहमद व्यापारी के शोरूम पर काम किया करता था और उस पर अधिक कर्जा था. पैसों की जरूरत के चलते उसने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर व्यापारी को धमकाने और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने की प्लानिंग की.
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क्या था मामला
जयपुर के राजा पार्क के पंचवटी सर्किल के पास 12 नवंबर को एक गारमेंट के व्यापारी के पास पार्सल में केक बॉक्स में बम और एक धमकी भरा लेटर भेजा गया था. लेटर में 10 लाख की फिरौती भी मांग भी की गई थी साथ ही रंगदारी नहीं देने पर पीड़ित व्यापारी और उसके पूरे परिवार को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. सूचना मिलते ही बीडीएस (बॉम्ब डिफ्यूज स्क्वायड) और डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंची थी और बम को डिफ्यूज कर जांच के लिए भेजा गया था. रिपोर्ट्स आने के बाद यह साफ हो गया है कि वह असली बम नहीं था. डराने के मकसद से डमी बम को भेजा गया था.
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