जयपुर: पुरानी पद्धति से होगा शहर की चार हजार दुकानों के बरामदे का जीर्णोद्धार

Smart News Team, Last updated: Wed, 9th Sep 2020, 4:16 PM IST
  • जयपुर. शहर के 12 बाजारों की दुकानों के आगे बने बरामदे का निर्माण पुरानी पद्धति से किया जाएगा. जयपुर व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों व स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों व इंजीनियरों के बीच मीटिंग हुई. 
प्रतीकात्मक तस्वीर 

जयपुर : शहर की चार हजार दुकानों के आगे बने बरामदे के जीर्णोद्धार के लिए जिला प्रशासन द्वारा निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है. इस संबंध में जयपुर व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों व स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों व इंजीनियरों के बीच मीटिंग हुई. जिसमें शहर के 12 बाजारों की दुकानों के आगे बने बरामदे का निर्माण पुरानी पद्धति से किया जाएगा. जिसमें चूना की कली और ईटों के बुरादे से बनी सामग्री से इन दुकानों के बरामदा का निर्माण होगा ताकि हमारी पुरानी विरासत जिंदा रह सके.

परकोटे के बाजारों के बरामदे को पुरानी पद्धति से जीर्णोद्धार किए जाने के लिए जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके लिए व्यापारियों से वार्ता भी हुई. व्यापारियों के विरोध के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी ने सीमेंट की बजाय पुरानी पद्धति से तैयार किए गए चूना से काम शुरू करवाया है. व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि अब कली में ईटों को पीसकर बनाए बुरादे से गिलोय और मेथी तथा गोंद डालकर पुरानी पद्धति से यह मिश्रण तैयार करवाया जाएगा.

स्मार्ट सिटी कंपनी की तरफ से यह प्लांट परकोटे में ही लगाया गया है. जिससे कि कार्य करने में किसी भी समस्या का सामना न करना पड़ सके. इसके अलावा बलराम दो का जीर्णोद्धार समय पर भी हो जाएगा. जयपुर में व्यापारियों व अधिकारियों के बीच संबंध की वार्ता भी हो चुकी है.

चारदीवारी के 13 बाजारों में करीब 49 दुकानें हैं. नगर निगम ने हर बाजार में करीब 20 से 25 दुकानों का जीर्णोद्धार पूर्व में कर दिया है. उस दौरान निगम ने सीमेंट, आरसीसी से बरामदे बनवाए थे. जिनका व्यापारियों ने तब भी विरोध किया था. व्यापारियों ने अधिकारियों से कहा पुरानी पद्धति से बने चबूतरो की रंगत ही अलग होती है और उन से बनाए जाने के बाद बरामदे की सुंदरता भी बढ़ जाती है. इसलिए पुरानी पद्धति से ही इन बरामदे का निर्माण कराया जाए. इस पर जिला

प्रशासन ने अपनी हामी भर दी थी. जिसके तहत यह कार्य शुरू करा दिया गया है.

 

 

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