जयपुर: बारिश ने खोली प्रशासन की पोल अव्यवस्थाओं ने डुबोए निचले इलाके

Smart News Team, Last updated: Fri, 14th Aug 2020, 2:50 PM IST
  • जयपुर में बारिश के कारण अव्यस्थाओं की पोल खोल खुल गई है. देर रात से जारी बरसात के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है.
जयपुर बारिश

राजस्थान में इस बार सावन सूखा ही रहा. बारिश नहीं होने से लोगों को इंतजार था. लेकिन देर रात से इंद्रदेव की मेहरबानी ने जयपुर को तर-ब-तर कर दिया. जयपुर में बीती रात से शुरू हुई बरसात शुक्रवार को भी जारी रही. सड़कों से लेकर निचले इलाकों में पानी भरने से अव्यवस्थाओं की पोल खुल गई है. पूरे शहर में जाम के हालात बने हुए हैं. नालों की सफाई नहीं होने से पानी नालों की बजाय सड़कों पर बह रहा है.

जयपुर की चारदीवारी से लेकर सांगानेर, मालवीयनगर समेत पूरे शहर में देर रात से तेज बारिश हो रही है. बारिश से जौहरी बाजार, अजमेरी गेट, स्टेच्यू सर्किल में हालात बुरे हो गए हैं.

इन इलाकों में यातायात पूरी तरह से बाधित है. सड़कें दरिया बनी हुई हैं. इन इलाकों में नालों की सफाई नहीं होने से बारिश का पानी नालों में नहीं पहुंच रहा है. वीआईपी इलाका होने के बावजूद प्रशासन ने बारिश से पहले की कोई तैयारी नहीं कर रखी थी. हर जगह अतिक्रमण के कारण जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है.

राजधानी के ब्रह्मपुरी, सुभाषचौक जवाहर नगर कच्ची बस्ती के साथ अमानीशाह नाले में रह रहे लोगों को बारिश से ज्यादा सरकारी अव्यवस्था ने परेशान किया. निगम और जेडीए ने निचले इलाकों में बसे लोगों को देखते हुए अनदेखा किया. अतिक्रमण की तरफ कभी नहीं देखा अब जब बारिश की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं तो बारिश को कसूरवार ठहरा रहे हैं.

थोड़ी सी बारिश के बाद जयपुर में हालात खराब हो गए हैं. सोचिए अगर ये बारिश एक बार की बजाय कई बार आई तो जयपुर के क्या हालात होंगे. सरकारी अधिकारियों को इन इलाकों में तुरंत भेजकर इन इलाकों में तब तक ड्यूटी करने का आदेश देना चाहिए तब तक लोगों की हालात सामान्य ना हो जाए.

मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान में अच्छी बरसात हो रही है. सबसे ज्यादा बरसात बारां जिले के शाहबाद में 127 मिमी हुई है. वहीं दौसा में 124 मिमी, करौली में 101 मिमी, सवाई माधोपुर के बामनवास में 6 मिमी तथा पश्चिमी राजस्थान के सांचोर में 32 मिमी बरसात हुई है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें