'यह स्वाभिमान की लड़ाई थी', कांग्रेस अधिवेशन में छाया महाराणा प्रताप-अकबर विवाद

Naveen Kumar, Last updated: Sat, 19th Feb 2022, 5:23 PM IST
  • बिड़ला सभागार में आयोजित राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन में महाराणा प्रताप-अकबर विवाद भी छाया रहा. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि संघ व भाजपा इसे धार्मिक रंग देते हैं, लेकिन यह धार्मिक लड़ाई नहीं थी. यह स्वाभिमान की लड़ाई थी.
गोविंद सिंह डोटासरा (फाइल फोटो)

जयपुर. राजधानी के बिड़ला सभागार में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का आज शनिवार को खुला अधिवेशन चल रहा है. अधिवेशन में पार्टी से जुड़े समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा चल रही है. इस बीच महाराणा प्रताप-अकबर युद्ध मामला भी अधिवेशन में छाया रहा. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि संघ व भाजपा इसे धार्मिक रंग देते हैं, लेकिन यह धार्मिक लड़ाई नहीं थी. यह स्वाभिमान की लड़ाई थी. हालांकि, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस नेताओं से कहा कि कोई भी ऐसी बात ना करें, जिसे भाजपा मुद्दा बना ले. आपको बता दें कि अधिवेशन में एआईसीसी, पीसीसी मेंबर पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री और कांग्रेस के विधायक शामिल हुए हैं. अधिवेशन दो सत्रों में चलेगा. पहले सत्र में गहलोत सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की चर्चा होगी और सुझाव भी लिए जाएंगे. वहीं, दूसरे सत्र के दौरान मोदी सरकार की विफलताओं को लेकर चर्चा की जाएगी. बता दें कि अशोक गहलोत 23 फरवरी को विधानसभा में बजट पेश करेंगे.

कांग्रेस अधिवेशन में उठा प्रताप-अकबर युद्ध मामला

राजस्थान में गोविंद सिंह डोटासरा के महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुए युद्ध को सत्ता का संघर्ष बताने के बाद सियासत गरमाई हुई है. जहां विपक्ष की ओर से कांग्रेस पर हमला बोला जा रहा है. वहीं, कांग्रेस के अधिवेशन में भी महाराणा प्रताप और अकबर के बीच संघर्ष का मुद्दा छाया रहा. मंत्री प्रताप सिंह ने इस पर कहा कि महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुए युद्ध स्वाभिमान की लड़ाई थी. यह कोई धार्मिक लड़ाई नहीं थी, लेकिन भाजपा इसे धार्मिक रंग देने की कोशिश में है. इसी बीच कांग्रेस अधिवेशन में अफसरों पर सीएम सलाहकार राजकुमार शर्मा और मंत्री गोविंद मेघवाल ने सवाल भी उठाए. उन्होंने कहा कि सरकार अफसर नहीं कार्यकर्ता बनाते हैं, हमें कार्यकर्ताओं की सुननी चाहिए. मेघवाल ने कहा हम जिंदगीभर नौकरी में रहने के बाद अफसरों को हम टिकट देते ही क्यों है? गौरतलब है कि गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार को नागौर कांग्रेस के कार्यक्रम में कहा कि महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुई लड़ाई धार्मिक नहीं थी. ये सत्ता का संघर्ष था. भाजपा हर चीज को हिन्दू-मुस्लिम के धार्मिक चश्मे से देखती है. डोटासरा के इस बयान के बाद राजस्थान की सियासत गरमा गई है.

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गुजरात माॅडल छलावा: रघु शर्मा

कांग्रेस अधिवेशन से पहले पूर्व गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि गुजरात मॉडल छलावा है. कोरोना काल में अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं थी. कोरोना काल में 3 लाख लोग मारे गए. गुजरात सरकार ने भी 1 लाख मरीजों के मरने की बात कोर्ट में स्वीकारी है.रघु शर्मा ने कहा कि 2014 में झूठ बोलकर मोदी सरकार सत्ता में आई. उन्होंने कहा कि भाजपा ने 'अब नहीं होगी महंगाई की मार, अब की बार मोदी सरकार' का नारा देकर जनता से छल किया है.

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