पद्म पुरस्कार 2021: राजस्थान के लाखां खां, स्याम सूंदर पालीवाल और अर्जुन सिंह शेखावत को मिलेगा पदम् श्री

MRITYUNJAY CHAUDHARY, Last updated: Mon, 8th Nov 2021, 1:39 PM IST
  • Padma Awards 2021: राजस्थान के मारवाड़ रत्न लाखां खां को कला के क्षेत्र में और स्याम सूंदर पालीवाल को सामाजिक कार्य वहीं अर्जुन सिंह लेखावत को शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृस्ट कार्य के लिए पदम् श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
पद्म पुरस्कार 2021: राजस्थान के लाखां खां, स्याम सूंदर पालीवाल और अर्जुन सिंह शेखावत को मिलेगा पदम् श्री

जयपुर. पद्म पुरस्कार 2021 का ऐलान कर दिया गया है. पद्म पुरस्कार 2021 में कुल 119 लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा. जिसके तहत राजस्थान के मारवाड़ रत्न लाखां खां को कला के क्षेत्र में और स्याम सूंदर पालीवाल को सामाजिक कार्य वहीं अर्जुन सिंह लेखावत को शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृस्ट कार्य के लिए पदम् श्री से नवाजा जाएगा. पद्म पुरस्कार 2021 की सूचि में 7 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं. पुरस्कार पाने वालों में 29 महिलाएं, 16 मरणोपरांत पुरस्कार विजेता और 1 ट्रांसजेंडर पुरस्कार विजेता हैं.

लाखां खां एक सिंधी सारंगी वादक है. जिन्हे जिन्हे संगीत कला क्षेत्र में उनके महत्व पूर्ण योगदान के लिए पदम् श्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा. इन्होने योरोप, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके है. इतना ही नहीं पदम् श्री पुरस्कार से पहले इन्हे मारवाड़ रत्न से भी नवाजा जा चूका है.

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साथ ही समाजसेवी श्याम सुंदर पालीवाल को भी पदम् श्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. इन्होने बेटी बचाओ समेत वन्य जीवों जैसे कई मुद्दों को लेकर काम किया है. साथ ही इन्होने किरण निधि योजना शुरू किया है. जिसके तहत किसी के घर में बेटी जन्म लेने पर उसके नाम से 111 पेड़ लगाए जाते है. साथ ही उनके परिजनों से 20 साल तक शादी नहीं कराने और पढ़ाई कराने को लेकर एक फॉर्म भरवा कर वचन भी लिया जाता है.

इतना ही नहीं पाली के डॉक्टर अर्जुन सिंह शेखावत को भी पदम् श्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा. इन्होने 50 से ज्यादा मायड़ भाषा में रचनाओं को लिखा है. वहीं इन्हे शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए पदम् श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इसके साथ ही इन्होने राजस्थान मायड़ भाषा को सम्मान दिलाने में संघर्ष किया है.

 

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