CM अशोक गहलोत ने किया ट्वीट कहा-हाथरस और बरां की तुलना होना निंदनीय
- राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर हाथरस गैंगरेप की घटना को निंदनीय बताते हुए दुख जताया कि बरां और हाथरस की घटना की तुलना करना दुखद है. हाथरस जैसी वीभत्स घटना से तुलना करना प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम है.
_1601543445757_1601543449482.jpeg)
जयपुर. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार की सुबह हाथरस गैंगरेप की घटना को निंदनीय बताते हुए ट्वीट किया कि राजस्थान के बरां में हुई घटना और हाथरस की तुलना होना निंदनीय है. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बरां की घटना पर कहा कि बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के सामने दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने और स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने की बात कही थी. बालिकाओं का मेडिकल कराया गया तो सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं. इसी के साथ गहलोत ने कहा कि जांच जारी रहेगी.
अशोक गहलोत ने कहा कि घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी बात है. घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई. इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से तुलना करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है.
हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से कम्पेयर किया जा रहा है
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
1/
जबकि बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही। बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जांच आगे भी जारी रहेगी।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
2/
घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी, घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई। इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
3/
जानकारी के लिए बता दें कि बारां में पीड़ित लड़कियों के परिजनों ने दो नाबालिग युवकों पर आरोप लगाया था कि उनकी बेटियों को 18 से 21 दिसबंर तक कोटा, जयपुर और अजमेर लेकर गए थे. जहां दोनों के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया. आरोपियों ने पुलिस के सामने ही नाबालिग लड़कियों को जान से मारने की धमकी दी. लेकिन पकड़े लड़कों को छोड़ दिया गया और दोनों लड़कियों को सखी केंद्र भेज दिया गया.
राजस्थान पुलिस ने इसके बाद रेप के आरोपों का खंडन किया था. पुलिस ने दावा किया था कि दोनों लड़कियों ने अपने 164 के बयानों में कहा कि रेप नहीं हुआ है. बालिकाओं के मेडिकल में भी रेप की पुष्टि नहीं हुई है.
अन्य खबरें
जयपुर सर्राफा बाजार में सोना चांदी की चमक बढ़ी, क्या है आज का मंडी भाव
जयपुर में दो ड्रग्स माफियाओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार, स्मैक व स्कूटी बरामद
डीबी गुप्ता आज होंगे सेवानिवृत्त, मुख्यमंत्री के बने रहेंगे सलाहकार
जयपुर और जोधपुर नगर निगमों के चुनाव 31 अक्टूबर तक कराने का फैसला