खो गए वाजपेयी जैसे संवाद लेकिन BJP-कांग्रेस नेता की इस शायराना लड़ाई ने लूटा दिल

Smart News Team, Last updated: Sat, 19th Jun 2021, 5:54 PM IST
  • देश में आजकल जुबानी राजनीतिक हमले भी किसी बम से कम नहीं होते. लेकिन ऐसे समय में राजस्थान की गहलोत सरकार में मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और वसुंधरा राजे की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे राजेंद्र राठौड़ के शायराना झगड़े ने सोशल मीडिया पर लोगों का दिल खुश कर दिया और याद दिलाया कि राजनीति में विरोधियों से बात करना भी एक सलीके का काम है.
कहां खो गए राजनीति में वाजपेई वाले दिन, BJP-कांग्रेस नेता की इस शायराना लड़ाई ने लूटा दिल

आजकल राजनीति में जब कोई किसी को पप्पू तो किसी को फेंकू, कोई किसी को टोंटी चोर तो किसी को बेबी पेंगुइन कहके लज्जित कर रहा है. ऐसे विकट राजनीतिक तनातनी के समय में संसद और सड़क पर अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने में सरकार और विपक्ष के नेताओं के बीच वाद-विवाद से लेकर संवाद तक के संस्कार याद आते हैं जो आज देश की राजनीति में पूरी तरह खोने के कगार पर हैं. पूर्व पीएम वाजपेयी कहते थे कि राजनीति में मतभेद जरूर होना चाहिए लेकिम मनभेद नहीं लेकिन आज दो देश की राजनीति के हालात हैं उन्हें देखकर लगता है सबने एक दूसरे के लिए मन में गांठ बांध रखी है. ऐसे समय में राजस्थान में कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ मंत्री रघु शर्मा और बीजेपी सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र राठौर के बीच ट्विटर पर शायराना लड़ाई ने सोशल मीडिया का दिल खुश कर दिया. याद दिलाया की राजनीति में विरोधियों से बात करना भी एक सलीके का काम है.

दरअसल इस पूरे मामले की शुरुआत एक न्यूज चैनल के इंटरव्यू से हुई जहां राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रघु शर्मा ने पूर्व चिकित्सा मंत्री भाजपा के राजेंद्र राठौड़ पर कटाक्ष कर कहा था कि वे ना तीन में, न तेरह में न वसुंधरा राजे की खेमे में और ना ही सतीश पूनिया के खेमे में. रघु शर्मा के इस बयान पर राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट करते हुए कहा 'रघु शर्मा जी, आपने ठीक कहा ना मैं 3 में हूं और ना ही 13 में. मैं भाजपा कार्यकर्ता के रूप में जनता के अपार प्रेम और आशीर्वाद की बदौलत लगातार सातवीं बार विधायक निर्वाचित हुआ हूं.'

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पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने फिर माहौल को शायराना बनाते हुए रघु शर्मा के लिए शायरी लिखते हुए ट्वीट में कहा ‘ ना इतराओ इतना, बुलंदियों को छूकर, वक्त के सिकन्दर पहले भी कई हुए हैं, जहां होते थे कभी शहंशाह के महल, देखे हैं वहीं, अब उनके मकबरे बने हुए हैं. 

राजेंद्र राठौड़ एक और ट्वीट में कहा ‘हाथ कंगन को आरसी क्या, पढ़े लिखे को फ़ारसी क्या, तेल देखो, तेल की धार देखो समय का चक्र घूम रहा है, अगले चुनाव में ढाई साल बाद फिर किसी मोड पर चुनाव का इतिहास लिखा जाएगा, अग्रिम शुभकामनाएं मेरे छात्र जीवन के मित्र.'

राजेंद्र राठौड़ की शायरी का जवाब देते हुए रघु शर्मा ने कहा 'मेरे दोस्त, मेरे सखा, मेरे सम्माननीय जिनके स्वयं के घर शीशे के बने होते हैं वह बाल सखाओं पर पत्थर नहीं फैंका करते. "ना डरा मुझे ए दोस्त...नाकाम होगी तेरी हर कोशिश...जिंदगी के मैदान में खड़ा हूं, दुआओं का काफिला लेकर.' रघु शर्मा ने आगे कहा ' उजाले हमारी यादों के तुम्हारे साथ रहने दो, ना जाने जिंदगी की किस गली में शाम हो जाए.'

आखिर में रघु शर्मा का जवाब देते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा 'सुनहरे पलों के मित्र, ना तेरी शान कम होती, ना रूतबा घटा होता जो गुस्से में कहा, वही हंस के कहा होता. 'अगले ट्वीट में कहा ‘ जिन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते लेकर आती हैं, और जिन्दगी की हर शाम कुछ तजुर्बे देकर जाती हैं.'

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