राजस्थान के शिक्षा मंत्री का बयान- जिस स्कूल में ज्यादा महिला स्टाफ, वहां झगड़े भी ज्यादा

Ankul Kaushik, Last updated: Wed, 13th Oct 2021, 4:38 PM IST
  • राजस्थान शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने महिलायों को लेकर विवादित बयान दिया है. डाटोसरा ने कहा जिन स्कूलों में महिला शिक्षकों और कर्मचारियों की संख्या ज्यादा होती है वहां झगड़े भी अधिक होते हैं.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, फोटो क्रेडिट (ANI)

जयपुर. राजस्थान सरकार के शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि जिन स्कूलों में महिला शिक्षकों और कर्मचारियों की संख्या ज्यादा होती है, वहां वे झगड़े भी ज्यादा करते हैं. इस के साथ ही महिला कर्मचारियों पर टिप्पणी करते हुए डोटासरा ने कहा कि स्कूलों में महिला स्टाफ के कारण कभी प्रिंसीपल सेरिडोन टेबलेट लेगी तो कभी कोई दूसरी टीचर लेगी. स्कूल में महिलाओं के बीच आपसी झगड़े बहुत होते हैं और महिला का स्टाफ जिस स्कूल में हो गया वहां फिर वारे न्यारे हैं. इसके साथ ही डोटासरा ने कहा कि यदि आप इन छोटी-छोटी बातों को सुधार लेते हैं तो आप हमेशा अपने आप को पुरुषों से आगे पाएंगे.

शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने यह बयान अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर दिया. सोमवार को डोटासरा ने राजधानी जयपुर के ओटीएस में शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा सरकार ने नीति ही ऐसी बना दी है कि महिलाएं पहले. चयन, प्रमोशन में हम सब जगह उनकी काउंसलिंग करके महिलाओं को प्राथमिकता देते हैं. विभाग में कुछ लोग कहते हैं कि क्या हम अच्छा नहीं पढ़ाते हैं. शिक्षा मंत्री के इस बयान पर विपक्षी नेता हमलावर हैं, विपक्ष का कहना है कि जो सशक्त बालिका,सशक्त राजस्थान बनाने निकले थे वह ऐसे बयान दे रहे हैं. यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह का बयान डोटासरा ने दिया है इससे पहले भी उन्होंने ज्ञापन लेकर आए शिक्षकों से कहा था कि मेरे घर को क्या नाथी का बाड़ा समझ रखा है.

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वहीं डोटासरा ने कहा कि राजस्थान सरकार ने हमेशा महिलाओं की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित किया है. इसके साथ ही उन्हें नौकरियों में पसंदीदा पोस्टिंग दी है, हमने नौकरियों, चयन और पदोन्नति में महिलाओं को वरीयता दी है. इसके साथ ही कोविड संक्रमण के बारे में बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि महामारी ने बच्चों और गरीबों की शिक्षा को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है.

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