शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की बहू के भाई और बहन के RPSC में सेम नंबर आने पर बवाल, मिनिस्टर ने दिया जवाब
- राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की बहू के भाई और बहन के राजस्थान प्रशासनिक सेवा 2018 के इंटरव्यू में बराबर नंबर आने पर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है. उन्होंने इस पर सफाई देते हुए कहा कि इसमें किसी का कोई हाथ नहीं.

जयपुर. राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RPSC) 2016 और 2018 के इंटरव्यू में तीन अभ्यर्थियों के सामान नंबर आने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. इस मामले में पीसीसी चीफ और प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा विवादों से घिर गए हैं. दरअसल, गोविंद सिंह डोटासरा की बहू प्रतिभा को आरएएस 2016 में 80 नंबर मिले थे. वहीं, आरएएस 2018 में प्रतिभा के भाई गौरव और बहन प्रभा को इंटरव्यू में 80-80 नंबर मिले हैं. इससे संबंधित सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद बीजेपी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर पद के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है.
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में हो रहे दावे और बीजेपी के इस आरोप को खारिज करते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि RPSC इस परीक्षा को बहुत पारदर्शिता के साथ कराता रहा है चाहे किसी भी सरकार का शासन रहा हो, प्रतिभाशाली बच्चे अपने मुकाम हासिल करते हैं. इसमें किसी राजनेता का कोई लेना देना नहीं होता है.
संयोग देखिए एक ही आदमी के 3 बच्चों के इंटरव्यू में बराबर नंबर।
— राजस्थानी ट्वीट 😷 (@8PMnoCM) July 20, 2021
प्रतिभा पूनिया RAS 2016 में 80 नंबर
और अब उसके दो भाई और बहन के भी RAS 2018 में वही 80 मार्क्स। pic.twitter.com/Vy3EObWzsH
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उन्होंने आगे कहा कि मेरा बेटा 2016 में पास हुआ था वो भी RAS बना है. पुत्रवधु जब पास हुई थी तब हमारा रिश्ता नहीं हुआ था. रिश्ता रिजल्ट के 20 महीने बाद जब वो ट्रेनिंग में आ गई उसके बाद हुआ। तब तो भाजपा का राज था. जिनका सलेक्शन नहीं होता है वे खीझ मिटाने के लिए ऐसी बातें करते हैं.
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उन्होंने कहा कि बहू प्रतिभा के भाई गौरव दिल्ली पुलिस में भी एएसआई के पद पर चयनित हो चुके हैं. उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि बच्चे टैलेंटेड हैं. उन्होंने कहा, यदि बच्चे टैलेंटेड हैं तो फिर इसमें मेरा क्या दोष है? राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयन पूरी तरह से टैलेंट के आधार पर हुआ हैय इसमें कोई मंत्री शामिल नहीं था.
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