12 बार के असफल बोली के बाद 17 जनवरी को फिर अगस्ता हेलीकॉप्टर की होगी नीलामी
- 12 बार नहीं बिकने के बाद राजस्थान सरकार आज फिर अगस्ता हेलिकॉप्टर के साथ 2 और हेलिकॉप्टर की नीलामी करने जा रही है. अगस्त को 2005 में वसुंधरा सरकार ने खरीदा था. राज्य सरकार इसके रिपेयर और मेंटिनेंस पर हर साल 2 लाख रुपए खर्च करती है.
जयपुर. राजस्थान सरकार के 12 बार की विफलता के बाद एक बार फिर अगस्ता हेलिकॉप्टर की आज 17 जनवरी को नीलामी कर रही है. अगस्ता हेलिकोप्टर के साथ दो अन्य विमान किंग एयर सी 90 और सी किंग बी- 200 को भी नीलामी के लिए रखा जाएगा. इन सभी की नीलामी प्रक्रिया आज 17 जनवरी को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक होगी. इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने 13 जनवरी को ई-ओपन नोटिस जारी किया था.
राजस्थान सरकार ने पिछले 7 सालों में इस हेलीकॉप्टर को 12 बार बेचने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिला. 7 साल पहले इसके 18 करोड़ रुपए मिल रहे थे लेकिन तब सरकार ने होने वाले घाटे को देखते हुए इससे बेचने से मना कर दिया था. इसके बाद 14 करोड़ में नीलामी रखी गई, फिर 12 करोड़ 40 लाख और इसके बाद 11 करोड़ में हेलीकॉप्टर बेचने की कोशिश कई बार हुई, लेकिन अब कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. यहां तक कि साढ़े 4 करोड़ में बेचने को लेकर प्रयास किया गया वो भी सफल नहीं रहा.
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आपको बता दे 2005 में तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने अगस्ता हेलीकॉप्टर को 30 करोड़ रुपए की लागत में खरीदा था. साल 2011 में सीएम अशोक गहलोत को ले जाते वक्त राजस्थान के चूरू में इसकी रोटर ब्लेड्स में खराबी आ गई थी. हालांकि किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई थी. जिसके बाद सरकार ने इससे किसी तरह का उड़ान में इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया था. तभी से यह यह हैलीकॉप्टर अभी तक स्टेट हैंगर पर खड़ा है. राज्य सरकार इसके रिपेयर और मेंटिनेंस पर हर साल 2 लाख रुपए खर्च करती है.
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