मिलिए डॉगमैन से जो हर रोज खिलाते हैं 1200 कुत्तों और बंदर को घूम-घूमकर खाना

Smart News Team, Last updated: Mon, 21st Jun 2021, 9:27 PM IST
  • कोरोना लॉकडाउन सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि उन जानवरों के लिए भी मुश्किलों से भरा था जिनका पेट भी इंसानों के जरिए ही पल रहा है. उन्हीं जानवरों की फिक्र करते हुए राजस्थान के डॉगमैन वीरेन शर्मा ने लॉकडाउन के दौरान कुछ ऐसा कर दिखाया जिसे पढ़कर आपका दिल भी खुश हो जाएगा.
डॉगमैन वीरेन शर्मा से जो हर रोज खिलाते हैं 1200 कुत्तों और बंदर को घूम-घूमकर खाना

जयपुर. कोरोना का समय हर किसी के लिए एक मुश्किल दौर रहा. जहां कोरोना ने लगातार लोगों की जिंदगी छीनी तो वहीं लॉकडाउन ने लोगों का काम-धंधा और रोजगार छीन लिया. दो वक्त की रोटी के लिए भी लोगों के घर लाले पड़ गए. लेकिन सिर्फ इंसानों पर ही इसका असर नहीं पड़ा बल्कि उन बेजुबान जानवरों पर भी पड़ा जिन्हें खाना खिलाने वाले खुद दाने-दाने के मोहताज हो गए. ऐसे माहौल में इन बेजुबां जानवरों की फिक्र करते हुए जयपुर के डॉगमैन वीरेन शर्मा ने कदम आगे बढ़ाया और ना जाने कितने हजार कुत्तों और बंदरों को उन्होंने खाना खिलाकर इंसानियत का असल रूप समाज को दिखाया.

राजस्थान के रहने वाले वीरेन शर्मा PAWS (प्रोटेक्शन ऑफ एनिमल्स एंड वेलफेयर सोसायटी) के फाउंडर हैं. वीरेन इस बारे में कहते हैं कि कुत्तों से प्यार करना उनके खून में है. कई पीढ़ियों से उनके परिवार में कुत्ते पाले जा रहे हैं. वीरेन शर्मा कहते हैं कि साल 2020 में कोरोना की पहली लहर के दौरान लगे लॉकडाउन में उन्होंने 50 हजार से ज्यादा आवारा कुत्तों को खाना खिलाया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाकर लोगों को भी जागरूक करने की लगातार कोशिश की.

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कुत्तों को खाना खिलाते वीरेन शर्मा

खास बात है कि वीरेन जो भी सब बेजुबान जानवरों के लिए करते हैं उसके लिए किसी तरह का फंड नहीं लेते हैं. यानी वे अपने पैसे से ही यह सबकुछ करते हैं. इस बारे में वीरेन का कहना है कि हर कोई यह कर सकता है और इसके लिए ज्यादा पैसों की भी जरूरत नहीं होती. वीरेन कहते हैं कि इंसान पृथ्वी का कर्जदार है और इसलिए जब भी मौका मिले, हमें समाज और प्रकृति के भले के लिए कुछ करना चाहिए.

बंदरों को खाना खिलाते वीरेन शर्मा

जानवरों का पेट भरने के लिए वीरेन शर्मा हर रोज अपनी गाड़ी में 1200 खाने के पैकेट रखकर जयपुर की सड़कों पर निकलते हैं. इस काम के लिए पांच वोलंटियर भी उनकी मदद के लिए साथ रहते हैं. लॉकडाउन के दौरान वीरेन के मिशन को पूरा करने के लिए राजस्थान सरकार ने उन्हें कर्फ्यू पास भी जारी किए थे. वहीं जब वीरेन से पूछा गया कि कोरोना के समय उन्हें सड़क पर घूमने से डर नहीं लगा तो उन्होंने कहा कि जब कोई अच्छा काम करता है तो भगवान उसे ताकत देता है.

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