राजस्थान में मिलने वाला ऐसा चमत्कारी पत्थर जो दूध को बना देता है दही, विदेशों तक डिमांड

Swati Gautam, Last updated: Sat, 12th Feb 2022, 5:54 PM IST
  • राजस्थान के जैसलमेर के हाबूरगांव में एक ऐसा चमत्कारी पत्थर पाया जाता है जो दूध को जमाकर दही में बदल सकता है. इस दही और दही से बनी लस्सी को चखने के लिए देश विदेश से लोग आते हैं. यह पत्थर अपने अंदर कई राज छुपाए है आइए जानते हैं.
राजस्थान में मिलने वाला ऐसा चमत्कारी पत्थर जो दूध को बना देता है दही (photo- social media)

जयपुर. अभी तक आप लोगों ने नींबू छाछ व अन्य सामग्री से दूध से दही बनाते तो जरूर सुना व देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि एक पत्थर दूध को जमाकर दही में बदल सकता है. जी हां, ऐसा पत्थर राजस्थान में पाया जाता है जो दूध को दही बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है. इस पत्थर को स्थानीय भाषा में 'हाबूरिया भाटा' भी कहा जाता है जो कि राजस्थान के जैसलमेर से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित हाबूरगांव में पाया जाता है. इस पत्थर की न केवल राजस्थान में बल्कि देश-विदेश में अपनी अनोखी पहचान बन चुकी है. आइए जानते हैं इस चमत्कारी पत्थर के बारे में.

दूध को जमाकर दही में बदल देने वाला यह पत्थर अपने अंदर कई खूबियां समेटे हुए हैं. एक रिसर्च में यह सामने आया है कि इस पत्थर में दही जमाने के वो सभी कैमिकल मौजूद हैं. जो दूध को दही में बदल देते हैं. इस पत्थर में एमिनो एसिड, फिनायल एलिनिया, रिफ्टाफेन टायरोसिन हैं जो कि दूध से दही जमाने में सहायक होते हैं. गांव वालों का कहना है कि इस पत्थर से जमी दही मीठा और सौंधी खुशबू वाला होता है जिससे बनने वाली दही और लस्सी के स्थानीय लोग और पर्यटक दीवाने हैं.

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इस चमत्कारी पत्थर को देखने व खरीदने के लिए पर्यटकों को लाइन लगी रहती है. इस पत्थर से बर्तन, मूर्ति और खिलौने भी बनाए जाते हैं जिनकी बिक्री भारी मात्रा में होती है. इस पत्थर का रंग हल्का सुनहरा और चमकीला होता है. इससे बनी मूर्तियां लोगों को खूब आकर्षित करती हैं. ग्रामीणों के मुताबिक यह पत्थर ताजमहल सहित कई जगहों पर लगा हुआ है. हाबूर गांव के लोग इसी पत्थर के उपयोग से दूध से दही जमाते हैं और सैकड़ो सालों से इस चमत्कारी पत्थर का प्रयोग करते आ रहे हैं. यहां आने वाले सैलानी हाबूर पत्थर के बने बर्तन भी अपने साथ ले जाते हैं. इस पत्थर से बने बर्तनों की मांग यहां हमेशा बनी रहती है.

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