कांग्रेस के बाद राजस्थान में भाजपा में भी गुटबाजी की चर्चा,
- वसुंधरा गुट के विधायक बदल सकते हैं पाला

गहलोत सरकार में चल रहे सियासी संग्राम के बाद भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दिल्ली जाकर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद चर्चा है कि वसुंधरा गुट के विधायक कभी भी पाला बदल सकते है। खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद भाजपा नेता चौकन्ने हो गए है। गुजरात भेजे गए विधायकों को भी जयपुर बुलाया है।
स्टोरी-एक ओर मुख्यमंत्री गहलोत अपनी पार्टी के विधायकों की बगावत से परेशान चल रहे है। वहीं दूसरी ओर अब भाजपा भी अपने ही विधायकों की गुजबाजी से चिंतित हो गई है। राजस्थान की खुफिया एजेंसियों और संगठन के पदाधिकारियों से जानकारी मिलने के बाद भाजपा प्रदेशाध्य़क्ष सतीश पूनिया ने नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित पदाधिकारियों के चर्चा के बाद गुजरात भेजे गए विधायकों को भी जयपुर बुला लिया है। और अन्य पार्टी के विधायकों को भी 11 अगस्त तक जयपुर पहुंचने का बुलावा भेज दिया। सियासी गलियारों में चर्चा है कि भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पिछले दिनों दिल्ली मे शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। और साफ शब्दों में कहा है कि अगर पायलट अपने गुट सहित भाजपा में शामिल होते है तो किसी भी तरह से आत्मसम्मान के ठेस बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके बाद प्रदेश की भाजपा में कई तरह की सुगबुगाहट चल रही है।
ये है राजे की ताकत
वर्तमान में विधानसभा में बीजेपी के 72 विधायक हैं. इनमें से 41 विधायक ऐसे हैं जिन्हें राजे का समर्थक माना जाता है. इन 41 विधायकों को विधानसभा चुनाव में टिकट वसुंधरा राजे ने ही दिया था. इनमें 41 में से भी 30 विधायक राजे के नजदीकी माने जाते हैं. इनमें से भी 12 विधायक ऐसे हैं जिन्हें राजे का कट्टर समर्थक माना जाता है. बीजेपी की नजर इन 12 विधायकों पर खास तौर पर है।
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