REET एग्जाम कैंसिल हुआ तो दे दी जान, पास होने के लिए 40 लाख दिए थे दलालों को

Sumit Rajak, Last updated: Wed, 9th Feb 2022, 7:30 AM IST
  • राजस्थान में रीट पेपर लीक मामले में नया ट्विस्ट सामने आया है. रीट में पास कराने के बदले बाड़मेर और जयपुर के दो दलालों को 40 लाख रुपए देने की जानकारी सामने आ रही है. बता दें कि में रीट पेपर कैंसल होने के बाद टोंक जिले के एक लोकेश मीणा ने सोमवार रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
फाइल फोटो

जयपुर. राजस्थान में रीट पेपर लीक मामले में नया ट्विस्ट सामने आया है. रीट में पास कराने के बदले बाड़मेर और जयपुर के दो दलालों को 40 लाख रुपए देने की जानकारी सामने आ रही है. बता दें कि में रीट पेपर कैंसल होने के बाद टोंक जिले के एक लोकेश मीणा ने सोमवार रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट में दो दलालों को पेपर के लिए पैसे देने की सूचना मिली है. इनमें से एक दलाल बाड़मेर का और दुसरा दलाल राजधानी जयपुर का है.

जानकारी के अनुसार टोंक जिले के जिले नगर फोर्ट थाना क्षेत्र के रानीपुरा निवासी लोकेश मीणा (27) ने सोमवार रात अपने घर मे फांसी के फंदें से झुलकर आत्महत्या कर ली. परिवार के सोने के बाद युवक ने देररात अपने कमरे में फांसी लगा ली. वही मृतक सार्वजनिक निमार्ण विभाग हिण्डोली में कनिष्ठ सहायक के पद पर प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत था. हालांकि उसका मूल पोस्टिंग नैनवा जिला बूंदी में थी. पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आ रहा है कि मृतक लोकेश ने रीट पेपर के लिए दलालों को 40 लाख रुपए दिए थे. मृतक ने बाड़मेर के एक युवक को 24 लाख और जयपुर के युवक को 16 लाख रुपए दिए थे. बताया गया कि लोकेश ने यह राशि ब्याज पर ली थी.

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पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि रीट पेपर लीक मामले की जांच शुरू होने के बाद से ही लोकेश तनाव में था. बताया जा रहा कि लोकेश पर राशि चुकाने का दबाव भी था. इस बीच परीक्षा कैंसल होने के बाद उसने धैर्य खो दिया और फांसी लगाकर जान दे दी. पुलिस को लोकेश के पास से जो सुसाइड नोट मिला है उसमें कुछ दलालों के नाम है. सुसाइड नोट में बाड़मेर जिले के चैहटन ब्लॉक के रिणवा गांव निवासी कैलाश विश्नोई और जयपुर के देवराज गुर्जर का नाम है. आरोप है कि मृतक ने कैलाश विश्नोई को 24 लाख और गुर्जर को 16 लाख रुपए दिए थे. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में कुछ और लोगों के भी नाम है.

इन धाराओं में मामला दर्ज

पुलिस ने मृतक से मिले सुसाइड नोट और परिवार के आरोपों के आधार पर की. इसके लिए धारा 306, 384, 406, 420 व 120 (बी) व एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. मामला रीट पेपर से जुड़ा होेने के कारण एसओजी को भी सूचित किया गया है.

रीट का बाड़मेर कनेक्शन

रीट पेपर लीक मामले में एसओजी बाड़मेर से एक ठेकेदार और एक महिला अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर चुकी है. वही कई दूसरे आरोपियों की तलाश की जा रही है. एसओजी को आशंका है कि रीट पेपर लीक में बाड़मेर और निकटवर्ती जालोर जिले के गैंग का बड़ा हाथ है और यहीं से पेपर लीक हुआ है. आरोप है कि बाड़मेर से पकड़े गए ठेकेदार भजनलाल विश्नोई ने अपनी भतीजी सोहनीदेवी को पेपर देने के साथ ही बड़े पैमाने पर पेपर को आगे बांटा है.

 

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