राजस्थान स्कूल ऑफ़ आर्ट में छात्रों ने प्राचार्य के खिलाफ थाने में दी शिकायत
- राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट छात्रों और प्रशासन के बीच विवाद और ज्यादा बड़ा रूप लेते जा रहा है. छात्रों ने महिला प्राचार्या के खिलाफ बजाज नगर थाने में शिकायत दी है.

जयपुर: प्रदेश के एकमात्र राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट छात्रों और प्रशासन के बीच विवाद कम होने के बजाए बढ़ता ही जा रहा है. कॉलेज में कथित अयोग्य शिक्षकों की नियुक्ति के विरोध में छात्रों ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं प्रशासन ने पांच छात्रों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाने के बाद विवाद ठंडा पडऩे के बजाए गर्माता ही जा रहा है. कॉलेज प्रशासन ने छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के बाद तीन छात्रों को 8 दिन के लिए निलम्बित कर दिया. इसके बाद छात्रों ने भी कॉलेज प्रशासन के खिलाफ के मोर्चा खोल दिया और महिला प्राचार्या के खिलाफ बजाज नगर थाने में शिकायत दी है.
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छात्रों की ओर से दी शिकायत में प्राचार्या पर प्रताडि़त करने व विरोध नहीं करने पर अच्छे अंकों से पास करने का प्रलोभन देने का आरोप लगाया है. इसका ऑडियों एक दिन पहले वायरल भी हुआ था. छात्रों के निलम्बल के बाद भी अन्य छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार करना जारी रखे हुए है.
विरोध पर एक साल पहले हटाया अब फिर से लगाया
एक साल पहले छात्रों ने कॉलेज में कार्यरत अयोग्य शिक्षकों को हटाने के लिए एक महीने से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद इन शिक्षकों को कॉलेज से हटा दिया था, लेकिन एक बार फिर से कॉलेज आयुक्तालय ने उन्हीं शिक्षकों को वापस से इसी कॉलेज में लगा दिया है. वापस से उन्हीं शिक्षकों को कॉलेज में लगाने से छात्रों ने फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. हटाए गए शिक्षकों को वापस से लगाए जाने पर छात्रों का आरोप है कि कॉलेज आयुक्तालय की ओर से लगाए गए तीनों शिक्षक राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट के लिए अयोग्य है.
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विजुअल आर्ट के विशेषज्ञ शिक्षक ही पढ़ा सकते है
राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट में विजुअल आर्ट के विशेषज्ञ शिक्षक ही पढ़ाने की योग्यता रखते है. लेकिन शिक्षकों की कमी या जयपुर में डेपुटेशन चाहने शिक्षकों को फायदा पहुंचाने के लिए यहां पर जिन शिक्षकों का चयन ड्राइंग एंड पेंटिंग विषय के लिए हुआ है उन्हें भी यहां पर लगा दिया जाता है. इसलिए ही यहां के छात्र ऐसे शिक्षकों को पढ़ाने के लिए अयोग्य मानते हुए विरोध जताते है. स्कूल ऑफ आर्ट में बीबीए और एमबीए की डिग्री के साथ फील्ड में अनुभव रखने वालों को ही जगह दी जानी चाहिए. ऐसे में विजुअल आर्ट के डिग्रीधारी ही बीवीए की कक्षाएं ले सकते हैं.
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