राजस्थान में संपत्तियों का ब्यौरा न देने पर कर्मचरियों को गंवानी पड़ सकती है सैलरी में बढ़ोतरी, प्रमोशन

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Sun, 3rd Oct 2021, 4:05 PM IST
  • अतिरिक्त समय देने के बादजूद भी राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागो में तैनात 2 लाख से अधिक अधीनस्थ कर्मचारी ऑनलाइन अचल संपत्ति का ब्यौरा राजकाज मोबाइल एप्लिकेशन साफ्टवेयर पर दर्ज नहीं करा पाए. आशंका जताई जा रही है कि इनके वेतन बढ़ोत्तरी व पदोन्नति पर तलवार लटगेगी या फिर सरकार इन्हें एक और मौका देगी.
राजकाज (Raj-Kaj) एप्स पर विभिन्न विभागो में तैनात अधीनस्थ कर्मचारीयों को संपत्ति का ब्यौरा देना किया अनिवार्य (प्रतीकात्मक फोटो)

जयपुर. राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागो में तैनात बड़ी संख्या अधीनस्थ कर्मचारीयों ने राजकाज (Raj-Kaj) मौबाइल एप्लिकेशन साफ्टवेयर पर अपने अचल संपत्ति का ब्यौरा दर्ज नहीं कराया है. अगस्त के बाद एक महिना अतिरिक्त समय देने के बादजूद भी 2 लाख से अधिक अधीनस्थ कर्मचारीयों ने अभी तक संपत्ति का विवरण नहीं दिया है. ये वो कर्मचारी बताए जा रहे हैं जो तकनीकी से खास वास्ता नहीं रखते हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि अब तक अचल संपत्ति का ब्यौरा न दे पाने वाले अधीनस्थ कर्मचारियों के ऊपर वेतन बढ़ोत्तरी(salary increment) व पदोन्नति (promotion) की गाज गिरेगी. अब देखना ये है कि सरकार इन्हें एक और मौका देती है या नहीं, अगर मौका नहीं मिला तो इन कर्मचारियों को कई दिक्कतें उठानी पड़ सकती है.  

गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने अनिवार्य रूप से अधीनस्थ कर्मचारियों को 1 जुलाई - 31 अगस्त के बीच राजकाज सॉफटवेयर पर अचल संपत्तियों का ब्यौरा देने को कहा था. फलस्वरूप अगस्त महिने के अंत तक कुल 2 लाख 55 हजार कर्मचारियों ने अपना ब्यौरा सफलतापूर्वक दर्ज कराया था. लेकिन अब भी बड़ी संख्या में कर्मचारी छूट गए थे. सरकार ने एक माह अतिरिक्त समय दिया लेकिन फिर भी ये आकड़ा 4 लाख को पार कर न सका. बताया जा रहा है कि राजस्थान के विभिन्न विभागो में कुल 6 लाख से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. अब तक ब्यौरा न दे पाने वाले कर्मचारियों के लिए कार्मिक विभाग ने भी अंतिम तिथि बढ़ाने का कोई आदेश जारी नहीं किया है. इस पर आईटी विभाग के अधिकारीयों का कहना है कि सोमवार तक अंतिम तिथि बढ़ाने या नहीं बढ़ाने के संबध में कार्मिक विभाग के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी.

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आईटी विभाग, गृह विभाग की मदद से एक प्रोजेक्ट की शुरूआत करने का तैयारी कर रहा है. इन दोनों विभागों के परस्पर सहयोग से अधीनस्थ कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका को ऑनलाइन करने का ट्रायल भी चल रहा है. इस ट्रायल के सफल होने के बाद इस प्रोजोक्ट को एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत किसी एक विभाग में शुरू किया जाएगा.

 

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