Rajasthan में राजनीतिक नियुक्तियों पर घमासान, खाचरियावास ने BJP को दी ये नसीहत

Naveen Kumar, Last updated: Wed, 2nd Mar 2022, 4:22 PM IST
  • राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों के बीच कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के नियुक्तियों को कोर्ट में चुनौती देने वाले बयान पर पलटवार किया है. खाचरियावास ने भाजपा को कोर्ट की शरण लेने की नसीहत दी है.
प्रताप सिंह खाचरियावास

जयपुर. राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच नई बहस छिड़ गई है. कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ के नियुक्तियों को कोर्ट में चुनौती देने वाले बयान को लेकर पलटवार किया है. खाचरियावास ने कहा है कि अगर उनको लगता है कि कांग्रेस के तीन नेताओं को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाना संविधान के प्रावधानों के खिलाफ है, तो जल्द ही कोर्ट की शरण में जाना चाहिए. भाजपा जल्द से जल्द कोर्ट में चुनौती दे, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. खाचरियावास ने कहा कि भाजपा नेता मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं. 

आपको बता दें कि खाचरियावास ने विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में ये बातें कही हैं. इस दौरान उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ को कोर्ट की शरण लेने की नसीहत दी और कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने संविधान के खिलाफ कोई काम किया है, तो भाजपा को कोर्ट की शरण लेनी चाहिए ,जिससे सब कुछ साफ हो जाए. ऐसे केवल आरोप लगाने से ही आरोप सही नहीं हो जाते. इस दौरान खाचरियावास ने भाजपा नेताओं द्वारा आईफोन वापसी को भी खेल करार दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक आईफोन लौटाने के लिए राजी नहीं थे, लेकिन ऊपर से दवाब आने पर विधायकों ने आईफोन रिटर्न कर दिए.

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गौरतलब है कि गहलोत सरकार ने राजनीतिक नियुक्ति प्राप्त 3 नेताओं को कैबिनेट मंत्री और अन्य को राज्य मंत्री का दर्जा दिया है, जिसमें चंद्रभान, बृजकिशोर शर्मा और रामेश्वर डूडी भी शामिल हैं. इस निर्णय को उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने संविधान के खिलाफ बताया है. राठौड़ ने इन नियुक्तियों को कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है.

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