जयपुर में सुस्त पड़ी स्मार्ट सिटी योजना, चार साल में महज 17 विकास कार्य
- यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने विभाग के अधिकारियों के साथ स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा बैठक ली. बैठक में योजना के कार्यों में सुस्ती देखने को मिली. पिछले 4 साल में महज 17 कार्य गति पकड़ पाएं और 79 करोड रूपए खर्च किए है.
जयपुर मेंं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इन चार साल में सिर्फ 17 कार्य किए गए और 79 करोङ रुपए उन पर खर्च किए गए. यह जानकारी नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल द्वारा जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा करवाए जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान सामने आई है.
स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत जयपुर में करवाए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति लगातार की जा रही है. देथा ने बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन के करीब 412 करोड़ रूपए की लागत के 40 कार्य प्रगति पर हैं और 146 करोड़ की लागत के 10 कार्यों की निविदा हो चुकी है. 145 करोड़ रूपए की लगात के 9 विभिन्न कार्यें की निविदा शीघ्र जारी की जाएगी. स्मार्ट सिटी की मद से अब तक 224 करोड का खर्चा किया जा चुका है. सितम्बर माह के अंत तक 250 करोड़ रुपये का व्यय हो जाने के बाद भारत सरकार से तृतीय किश्त के लिए प्रस्ताव भेज दिए जाएंगे.
कांग्रेस की गहलोत सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में करीब 64 करोड़ रूपए की लागत से 13 कार्य पूर्ण किए जा चुके है. साथ ही शीघ्र करीब 147 करोङ की लागत के 30 नये कार्यादेश जारी किए जाएंगे. करीब 146 करोड़ के 10 नए कार्यों कि निविदा अभी प्रक्रियाधीन है.
मंत्री शांति धारीवाल ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि जे.सी.टी.एस.एल. के माध्यम से 130 नई बसों के क्रय किए जाने से शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार होगा. धारीवाल ने समस्त विकास कार्यों में गुणवत्ता का विषेष ध्यान रखने के निर्देश दिए तथा सभी बड़े कार्यो में तृतीय पक्ष निरीक्षण सुनिश्चित करने की बात कही. सभी प्रगतिरत कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के लिए गति बढ़ाने के निर्देश दिए. अगले तीन माह में 200 करोड की निविदा आमंत्रित कर कार्य शुरू किये जाने के निर्देश भी दिए गए.
वहीं एस.एम.एस व गणगौरी में चिकित्सा सुविधा विस्तार कार्य, बड़ी चैपड़ एवं छोटी चौपड़ का सौन्दर्यकरण कार्य, परकोटा क्षेत्र के विभिन्न गेट एवं जंक्शन्स में सुधार सुचारु सिवरेज व्यवस्था हेतु सुपर सकर मशीन, थ्री इन वन सीवर क्लिनिंग मशीन का क्रय आदि सम्मिलित करने के निर्देश दिए.
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