कर्ज चुकाने के लिए बेटे ने रची खुद के अपहरण की कहानी, पिता को वीडियो कॉल करवाया

Smart News Team, Last updated: Mon, 7th Dec 2020, 12:11 PM IST
  • बेटे ने खुद के हाथ-पैर बंधवाकर दो दोस्तों से पिता को वीडियो कॉल करवाया. दोस्तों द्वारा पीटे जाने की वीडियो दिखाकर 2.50 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई. बैंक के क्रेडिट कार्ड बनाता है बेटा. कुछ लोगों से उधार लिए थे. उधार देने वाले अब रुपए मांग रहे थे.
खुद के अपहरण की साजिश रचने का आरोपी बेटा और साजिश में शामिल उसके दोस्त

जयपुर. राजधानी के मालवीय नगर में एक युवक ने पिता से रुपए लेने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रची. बेटे ने खुद के हाथ-पैर बंधवाकर दो दोस्तों से पिता को वीडियो कॉल करवाया. दोस्तों द्वारा पीटे जाने की वीडियो दिखाकर 2.50 लाख रुपए की फिरौती की बात कही. अपहरणकर्ता बने दोस्तों ने फिरौती देने पर बेटे को छोड़ देने की बात कही और नहीं देने देने पर अंजाम भुगतने को तैयार रहने की धमकी दी. पुलिस ने युवक और उसके दोनों दोस्तों को पकड़कर पूछताछ की तो मामला खुला. 

डीसीपी राहुल जैन ने बताया कि गिरफ्तार युवक विकास सिंह, यादराम गुर्जर और लोकेन्द्र सिंह राठौड़ केकडी अजमेर के रहने वाले हैं. इस संबंध में केकड़ी के सरसड़ी गेट निवासी प्रेम सिंह ने रविवार सुबह बेटे विकास सिंह के अपहरण होने की सूचना दी. पीड़ित ने बताया कि 4 नवंबर को मालवीय नगर में रह रहे बेटे विकास का फोन आया और उसने 40 हजार रुपए मांगे. 5 नवंबर को बेटे ने फिर फोन किया और 42 हजार रुपए मांगे. तब उसे रुपए देने की बात कही, लेकिन रात में 12.10 बजे बेटे के मोबाइल से वाट्सएप वीडियो कॉल आया. उसमें बेटे के हाथ-पैर बंधे नजर आ रहे थे. दो युवक उससे मारपीट करते हुए बेटे की छोडऩे की एवज में 2.50 लाख रुपए फिरौती मांग रहे हैं. पुलिस ने बताया कि पिता की रिपोर्ट पर आरोपियों का पता लगाया गया. आरोपी फिरौती की रकम लेने के लिए पिता को अलग-अलग जगह बताते रहे. पिता के साथ पुलिस टीम भी थी. मामले में तकनीकी शाखा प्रभारी प्रद्युम्न शर्मा ने तकनीकी आधार पर पुलिस टीम को जानकारी दी. 

लड़की अपनी बातों से फंसाती थी फिर उसके साथी खातों को ट्रैक कर लगाते थे सेंध

 पुलिस ने बेटे और दोनों दोस्तों को पकड़ा तो पता चला कि अपहरण की साजिश खुद विकास ने ही रची थी. इस पर विकास और उसके केकड़ी निवासी साथी यादराम गुर्जर और लोकेन्द्र सिंह राठौड़ को पड़ताल के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में आरोपी विकास ने बताया कि वह बैंक के क्रेडिट कार्ड बनाता है. कुछ लोगों से 60-70 हजार रुपए उधार लिए थे. उधार देने वाले अब रुपए मांग रहे थे. पिता ने रुपए नहीं दिए तो यह साजिश रची.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें