कोरोना की दूसरी लहर से फिर से बेपटरी हुआ पर्यटन कारोबार
- पिछले साल लॉकडाउन के कारण राजस्थान के पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान हुआ था लेकिन अनलॉक प्रक्रिया शुरू होने से धीरे-धीरे चीजें पटरी पर आने लगी थी. मगर अब फिर कोरोना की दूसरी लहर आने से पर्यटन कारोबार बेपटरी होता नज़र आ रहा है.

जयपुर: राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के लाखों लोग पर्यटन पर निर्भर है. पिछले साल 2020 में जब लॉकडाउन लगा तो पर्यटन सहित सभी चीजे बंद हो गई लेकिन जून में जब अनलॉक हुआ तो पर्यटन उद्योग धीरे-धीरे गति पकड़ने लगा और देशी पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी और दिसंबर तक घरेलू पर्यटकों की संख्या 4 लाख तक पहुंच गई. लेकिन मार्च में फिर से कोरोना की दूसरी लहर आने पर पर्यटकों की संख्या कम होने से पर्टयक उद्योग बेपटरी होने लगा है.
प्रदेश में भूजल का हाल खराब, 29 जिले आए अतिदोहित श्रेणी में
फरवरी में घरेलू पर्यटकों की संख्या 4 लाख 17 हजार पहुंच गई थी जो मार्च में एक लाख तक कम होकर 3 लाख 13 हजार ही रह गई. मार्च में कोरोना के कारण होटलों में 10 हजार बुकिंग भी निरस्त हुई है. इससे पर्यटन व्यवसाय को तगड़ा झटका लगा है.
रेड अलर्ट फ्लॉप होने से 18 दुर्लभ वन्यजीवों पर मंडराया खतरा
80 फीसदी पर्यटक आते है जयपुर
प्रदेश में जितने भी पर्यटक आते है उनमे से 80 फीसदी अकेले जयपुर आते है. जयपुर में बीते तीन महीने में एक लाख तक पर्यटकों की संख्या में कमी आई है.
अन्य खबरें
सत्र समाप्ति की ओर, लेकिन 3.50 लाख छात्रओं अभी भी साईकिल का इंतजार
कचरे से खाद बनाने की 80 मशीनें हो गई कबाड़
प्रदेश में भूजल का हाल खराब, 29 जिले आए अतिदोहित श्रेणी में