कोटा की घटना पर वसुंधरा राजे ने कहा- मां की उजड़ती कोख को हल्के में न लें
- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी जताया शोक। राज्य सरकार से उच्च स्तरीय जांच करवाने को कहा. वसुंधरा राजे ने कहा- जेके लोन अस्पताल में पिछले वर्ष भी केवल एक माह में ही सैंकड़ों बच्चों की मौत हुई थी, लेकिन सरकार ने उस समय भी दोषियों को बचाने का काम किया था.

जयपुर. कोटा के जेके लोन अस्पताल में 8 घंटे के भीतर 9 बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट पर कहा कि मेरा राज्य सरकार से आग्रह है कि माओं की उजड़ती कोख को हल्के में न लेकर मामले की त्वरित जांच कराएं तथा उचित कार्रवाई करें. ईश्वर पीड़ित परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
उन्होंने कहा कि जेके लोन अस्पताल में प्रशासन की लापरवाही के चलते पिछले वर्ष भी केवल एक माह में ही सैंकड़ों बच्चों की मौत हुई थी, लेकिन सरकार ने अपनी किरकिरी से बचने के लिए उस समय भी दोषियों को बचाने का काम किया था. वर्तमान स्वास्थ्य संकट के दौर में प्रशासन को पहले ही अलर्ट हो जाना चाहिए. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह वही अस्पताल है, जहां पिछले साल 35 दिनों में 107 बच्चों ने दम तोड़ा था. उन्होंने गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 107 बच्चों की मौत के बाद भी सरकार नहीं जागी.
BTP का गहलोत सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान, आरोप-कांग्रेस ने BJP से मिलाया हाथ
पूनिया ने कहा- "अब तो जागो सरकार, नहीं तो भागो." हीं, कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में नवजात शिशु एवं प्रसूताओं का सुरक्षित नहीं होना चिंता का विषय है. इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.

अन्य खबरें
जयपुर में मास्क नहीं लगाने वालों की खैर नहीं, चार घंटे में 831 लोगों के चालान
जयपुर बाईपास पुलिया पर पलटा एसिड टैंकर, सड़क पर हजारों लीटर तेजाब फैला
जयपुर - दिल्ली डबल डेकर एक्सप्रेस ट्रेन 8 दिसंबर से रद्द, पैसेंजर की कमी कारण
जयपुर में रिंग रोड पर गड्ढे, टोल वसूल रहे एनएचएआई से कलक्टर ने मांगी रिपोर्ट