राधाष्टमी पर राधा जी के शास्त्रोत्क 32 नामों का जाप करने से होती है सौभाग्य में वृद्धि
- हिंदू धर्म में राधाष्टमी व्रत का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है. ये व्रत राधा जी को समर्पित होता है. ऐसी मान्यता है कि राधा जी की पूजा विधि विधान से करने से ही कृष्ण पूजा भी पूरी तरह से संपन होती है.

हिंदी पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का पर्व सेलिब्रेट किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि माता लक्ष्मी का अवतरण इस दिन राधा जी के रूप में धरती पर हुआ था.कृष्णप्रिया के नाम से भी राधा रानी को जाना जाता है. राधा जी के बिना कृष्ण को अधूरा माना जाता है. कृष्ण की पूजा राधा रानी के बिना अधूरी मानी जाती है. 14 सितंबर को इस साल राधाष्टमी का पर्व है, और उस दिन मंगलवार है. जो लोग विधि-विधान से इस दिन राधा जी के नाम से व्रत रखते हैं, और पूजन करते हैं उनका कृष्ण पूजन भी पूर्ण हो जाता है. इस व्रत के बाद श्रद्धालुओं की सारी मनोकामना पूर्ण होती है. शास्त्रों में वर्णित है इस दिन राधा जी के 32 नामों का जाप बेहद ही विधान से करना चाहिए. जो ऐसा करते हैं उन भक्तों के सभी कष्ट मां लक्ष्मी की कृपा से दूर हो जाती है.
शास्त्रोत्क राधा जी के नाम
1: मृदुल भाषिणी राधा ! राधा !!
2: सौंदर्य राषिणी राधा ! राधा !!
3 : परम् पुनीता राधा ! राधा !!
4 : नित्य नवनीता राधा ! राधा !!
5 : रास विलासिनी राधा ! राधा !!
6 : दिव्य सुवासिनी राधा ! राधा !!
7 : नवल किशोरी राधा ! राधा !!
8 : अति ही भोरी राधा ! राधा !!
9 : कंचनवर्णी राधा ! राधा !!
10 : नित्य सुखकरणी राधा ! राधा !!
11 : सुभग भामिनी राधा ! राधा !!
12 : जगत स्वामिनी राधा ! राधा !!
13 : कृष्ण आनन्दिनी राधा ! राधा !!
14 : आनंद कन्दिनी राधा ! राधा !!
15 : प्रेम मूर्ति राधा ! राधा !!
16 : रस आपूर्ति राधा ! राधा !!
17 : नवल ब्रजेश्वरी राधा ! राधा !!
18: नित्य रासेश्वरी राधा ! राधा !!
19 : कोमल अंगिनी राधा ! राधा !!
20 : कृष्ण संगिनी राधा ! राधा !!
21 : कृपा वर्षिणी राधा ! राधा !!
22: परम् हर्षिणी राधा ! राधा !!
24 : परम् अनूपा राधा ! राधा !!
25 : परम् हितकारी राधा ! राधा !!
26 : कृष्ण सुखकारी राधा ! राधा !!
27 : निकुंज स्वामिनी राधा ! राधा !!
28 : नवल भामिनी राधा ! राधा !!
29 : रास रासेश्वरी राधा ! राधा !!
30 : स्वयं परमेश्वरी राधा ! राधा !!
31: सकल गुणीता राधा ! राधा !!
32 : रसिकिनी पुनीता राधा ! राधा !!
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