जयपुर ग्रेटर निगम के 2 वार्डों के 100 फीसदी घरों से डोर-टू-डोर कचरा संग्रह शुरू

Smart News Team, Last updated: Tue, 15th Dec 2020, 2:36 PM IST
  • जयपुर ग्रेटर निगम निगम के 4 हूपरों से वार्ड नं. 86 व 87 के शत-प्रतिशत 5300 घरों से कचरा संग्रहण किया गया. नई व्यवस्था के तहत दोनों वार्डो में कचरा संग्रहण के लिए 2-2 हूपर लगाए गए हैं. इन हूपरों में प्रत्येक में ड्राइवर के अतिरिक्त 2 हेल्पर नियुक्त किए गए हैं.
जयपुर स्थित निगम मुख्यालय

जयपुर. नगर निगम जयपुर ग्रेटर में सोमवार से प्रायोगिक तौर पर निगम के संसाधनों से दो वार्डों से शुरू हुई डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था के सार्थक परिणाम पहले दिन से ही आने शुरू हो गए. निगम के 4 हूपरों से वार्ड नं. 86 व 87 के शत-प्रतिशत 5300 घरों से कचरा संग्रहण किया गया. नई व्यवस्था के तहत दोनों वार्डो में कचरा संग्रहण के लिए 2-2 हूपर लगाए गए हैं. 

इन हूपरों में प्रत्येक में ड्राइवर के अतिरिक्त 2 हेल्पर नियुक्त किए गए हैं, ताकि घरों से कचरा लेकर हूपर में डाल सके. इसके अतिरिक्त एक कर्मचारी को मॉनिटरिंग के लिए लगाया गया है. उपायुक्त सांगानेर आभा बेनीवाल ने बताया कि पहले दिन से ही निगम के कार्मिकों ने घरों से कचरा लेने के दौरान लोगों से गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिनों में रखने की अपील करना शुरू कर दिया गया है. लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि गीला कचरा हरे डस्टबिन में और सूखा कचरा नीले डस्टबिन में रखें. हूपरों में लाल डस्टबिन भी लगाया गया है, ताकि घरेलू हानिकारक कचरे को अलग से संग्रहित किया जा सके. प्रत्येक वार्ड में निगम ने एक-एक कॉम्पेक्टर की व्यवस्था की है. 

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घरों से कचरा इकट्ठा करने के बाद हूपर का कचरा सीधा कॉम्पेक्टर में डाला गया तथा कॉम्पेक्टर भरने के बाद उसे कचरा यार्ड भेज दिया गया. इस व्यवस्था में कहीं भी कचरा सड़क पर नहीं आया. गौरतलब है कि पूर्व में हूपर भरने के बाद उसे जगह-जगह बने ट्रांसफर स्टेशन पर खाली कर दिया जाता था और वहां से दूसरे संसाधनों से कचरा डिपो भेजा जाता था. पूर्व की व्यवस्था में सड़क पर कचरे का ढेर लग जाता था.

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