जयपुर: राजस्थान में जल्द होगी 6,310 सीएचओएस की भर्ती
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की वीडियो कोंफ्रेंस. चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में करीब 300 करोड़ रूपए के परियोजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास. वीसी में कहा - जीवन रक्षा के साथ-साथ आजीविका बचाने में भी नहीं रखी कोई कमी.

जयपुर. राज्य में कोरोना संक्रमण की चुनौती का मुकाबला करने में मैनपावर की कमी नहीं होगी. 6,310 सीएचओएस की भर्ती की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू होगी. पिछ्ले डेढ़ साल के कार्यकाल में 12,500 नर्सिंग कर्मी एवं 765 डॉक्टरों की भर्ती की जा चुकी है. 2 हजार डॉक्टरों की भर्ती अंतिम चरण में है. यह जानकारी राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने सीएम अशोक गहलोत की वीडियो कोंफ्रेंस के दौरान दी. उन्होंने बताया कि कोटा एवं जयपुर में प्लाज्मा बैंक स्थापित किए गए हैं और लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. 750 से अधिक मोबाइल ओपीडी वैन संचालित की जा रही हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में राज्य सरकार ने ‘कोई भूखा नहीं सोये' के संकल्प को पूरा करने के साथ ही जीवन बचाने एवं आजीविका के समक्ष चुनौतियों का मुकाबला करने में कोई कमी नहीं रखी. उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि प्रदेश में कोरोना से किसी की जान नहीं जाए. इसके लिए अधिक से अधिक टेस्टिंग पर ध्यान दिया जा रहा है. राज्य सरकार का ध्येय राजस्थान को स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूरे देश में सिरमौर बनाना है. इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंस से सीएम ने चिकित्सा शिक्षा के 37 चिकित्सा संस्थानों के भवनों के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए. मुख्यमंत्री ने करीब 300 करोड़ रूपए के परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. इसमें 29 भवनों का लोकार्पण तथा 8 निर्माण कार्यों का शिलान्यास शामिल है.
सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं विकसित करने पर जोर
गहलोत ने कहा कि हमारा सपना है कि प्रदेश से किसी भी व्यक्ति को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़े. हमारे पिछले कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने के लिए निःशुल्क दवा योजना एवं निःशुल्क जांच योजना शुरू की गई थी. कोरोना संक्रमण की शुरूआत के समय प्रदेश में कोरोना की जीरो टेस्टिंग सुविधा थी. आज प्रतिदिन 40 हजार से अधिक टेस्टिंग की सुविधा विकसित कर ली गई है, जो आगे चलकर 50 हजार तक पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 50 मरीजों का इलाज प्लाज्मा थैरेपी से करने में कामयाबी मिली है. गहलोत ने कहा कि पिछले एक साल में 15 जिलों को मेडिकल कॉलेज मिले हैं. इनको मिलाकर राजकीय क्षेत्र में 31 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे. हमारी मंशा है कि सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खुलें. कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए हमने सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं विकसित करने पर जोर दिया. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला अस्पतालों में उपकरण एवं चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है.
सभी पैरामीटर्स पर राजस्थान अन्य राज्यों से बेहतर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान चिकित्सा के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ गया है. कोरोना से मुकाबले में हमारे प्रबंधन की देशभर में सराहना हुई है. हमने कोरोना से मृत्यु दर को काफी नियंत्रण में रखा है और सारे पैरामीटर्स पर अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन किया है. सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना से इस जंग में सभी दलों के जनप्रतिनिधियों, धर्म गुरूओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, भामाशाहों, सरकारी मशीनरी एवं आमजन का पूरा सहयोग मिला है. लॉकडाउन के दौरान गरीब, असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के खातों में 3500-3500 रूपए हस्तांतरित कर सरकार ने उन्हें राहत पहुंचाई है.
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