जयपुर जन्माष्टमी, 31 तोपों की सलामी के साथ होगा भगवान कृष्ण का गोविंदाभिषेक
- जयपुर के आराध्य देव गोविंद देव जी के मंदिर में भक्त आज कोरोना गाइड लाइन के चलते दर्शन नहीं कर पा रहे है. मंदिर के मुख्य द्वार बंद कर रखे हैं. एंट्री की सभी जगहों को बैरिकेट लगाकर बंद किया है.

जयपुर. पूरे देश में हर साल कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाती है. लोग दूर-दूर से ठाकुर जी के दर्शन के लिए मथुरा वृंदावन जाते हैं. वहीं जयपुर के प्रसिद्ध गोविंद देव जी के मंदिर में जन्माष्टमी पर हर साल बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी का असर जन्माष्टमी पर भी पड़ रहा है. इस बार जन्माष्टमी पर लोग कन्हा जी के मंदिर में दर्शन नहीं कर पाएंगे. वहीं मंदिर परिसर द्वारा भक्तों के लिए लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई है. गोविंद देवजी के मंदिर में सुबह मंगला आरती के बाद पंचामृत अभिषेक से जन्माष्टमी की शुरुआत हुई. जिसके बाद धूप आरती की गई और रात 12 बजे बाल गोपाल का पंचामृत से गोविंदाभिषेक भी किया जाएगा.
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के चलते इस बार मंदिर में लोगों का प्रवेश निषेध रहेगा. लेकिन मंदिर परिसर में सभी कार्यक्रम आयोजित होंगे. मंदिर में एंट्री की सभी जगहों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया है. गोविंद देवजी के मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के अभिषेक के लिए 31 लीटर दूध, 21 किलो दही, 2 किलो घी, और 2 किलो शहद अर्पण किया जाएगा. साथ ही पूरे मंदिर परिसर को सजाया गया है. बता दें कि मंगला आरती के बाद भगवान श्री कृष्ण का पंचामृत अभिषेक किया गया. इसके बाद उन्हें पीले वस्त्र धारण करवाए गए. और रात 10 से 11 बजे तक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ किया जाएगा. साथ ही रात 12 बजे 31 तोपों की सलामी के साथ भागवान कृष्ण का गोविंदाभिषेक होगा. जिसके बाद 13 अगस्त को मंदिर में नंदोत्सव भी मनाया जाएगा।
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