जयपुर के चिड़ियाघर में घड़ियाल समेत अन्य पशु-पक्षी खींचते हैं लोगों का ध्यान

Smart News Team, Last updated: Tue, 3rd Aug 2021, 8:45 AM IST
  • जयपुर जूलॉजिकल गार्डन में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र घड़ियाल प्रजनन सेंटर है. जिसकी स्थापना साल 1999 में हुई थी और यह अपनी तरह का देश का चौथा सबसे बड़ा प्रजनन केंद्र है. 
साल 1877 में इस जूलॉजिकल गार्डन को जनता के लिए खोला गया था. Credit: Jaipur Tourism Official Website

जयपुर शहर में यूं देखने लायक बहुत ही चीजें मौजूद हैं लेकिन शहर में चिड़ियाघर अपनी एक अलग पहचान रखता है. राजस्थान की राजधानी में स्थित ये चिड़ियाघर कुल 35 एकड़ में फैला हुआ है. जयपुर जू देश का चौथा सबसे बड़ा घड़ियाल (एक लुप्तप्राय मगरमच्छ प्रजाति) प्रजनन फार्म भी है. इस चिड़ियाघर का निर्माण वन्यजीवों को संरक्षित करने के इरादे से किया गया था.

जयपुर का यह चिड़ियाघर बेहद ही फेमस पिकनिक स्पॉट है, जहां पर बच्चों को प्रकृति और जानवरों को लेकर काफी कुछ सीखने को मिलता है. यहां पर छात्र जानवरों के व्यवहार और पौधों पर अध्ययन कर सकते हैं. इस चिड़ियाघर का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने राम निवास उद्यान के विस्तार के रूप में साल 1868 में करवाया था. साल 1877 में इस जूलॉजिकल गार्डन को जनता के लिए खोला गया था. यह भारत के सबसे पुराने चिड़ियाघरों में से एक है और इसे पूरी तरह से स्थापित करने में लगभग 4 लाख की लागत आई थी.

घड़ियाल मगरमच्छ परिवार की एक लुप्तप्राय प्रजाति है. Credit: Jaipur Tourism Official Website

ये चीजें हैं आकर्षण का केंद्र: जयपुर जूलॉजिकल गार्डन में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र घड़ियाल प्रजनन सेंटर है. जिसकी स्थापना साल 1999 में हुई थी और यह अपनी तरह का देश का चौथा सबसे बड़ा प्रजनन केंद्र है. बता दें, घड़ियाल मगरमच्छ परिवार की एक लुप्तप्राय प्रजाति है.

चिड़ियाघर के अंदर एक संग्रहालय भी स्थित है, जो राजस्थान के वन्यजीवों को प्रदर्शित करता है. जयपुर चिड़ियाघर का गठन वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम के तहत किया गया है. राम निवास उद्यान और अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के पास स्थित जयपुर का यह चिड़ियाघर दो भागों में बंटा है. पहला स्तनधारियों के लिए और दूसरा हिस्सा पक्षियों और सरीसृपों के लिए है. दुनियाभर के विभिन्न पशु-पक्षियों की यहां पर 71 प्रजातियां मौजूद हैं, जो लोगों को काफी आकर्षित करती हैं. जयपुर के चिड़ियाघर में घूमने के लिए 15 रुपये का किराया लगता है.

जयपुर के चिड़ियाघर में घूमने के लिए 15 रुपये का किराया लगता है. Credit: Jaipur Tourism Official Website

कैसे पहुंचे: जयपुर चिड़ियाघर का सबसे निकटतम एयरपोर्ट सांगानेर हवाई अड्डा है, जो चिड़ियाघर से 10 किलोमीटर दूर है. यह एयरपोर्ट भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है. आप एयरपोर्ट से ऑटो, टैक्सी या फिर बस के जरिए चिड़ियाघर पहुंच सकते हैं. जू के सबसे करीब मेड़ता रोड जंक्शन रेलवे स्टेशन है, जो चिड़ियाघर से करीब 4 किलोमीटर की दूर पर स्थित है.

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