जयपुर से बस्सी के बीच हुआ इलेक्ट्रिक इंजन का स्पीड ट्रायल
- जयपुर-दिल्ली रेलमार्ग पर विद्युतिकरण का काम अब पूरा हो चुका है. विद्युतिकरण की जांच के लिए बीते शुक्रवार को जयपुर बस्सी के बीच खाली इलैक्ट्रिक इंजन दौड़ा कर स्पीड ट्रायल किया गया.
जयपुर: जयपुर-दिल्ली रेलमार्ग पर विद्युतिकरण का काम अब पूरा हो चुका है. विद्युतिकरण की जांच के लिए बीते शुक्रवार को जयपुर बस्सी के बीच खाली इलैक्ट्रिक इंजन दौड़ा कर स्पीड ट्रायल किया गया. इस बात की जानकारी खुद जयपुर विद्युतीकरण (कोर) के प्रवक्ता महेश शर्मा ने दी. उन्होंने बताया कि बीते दिन शाम को इंजन 5:07 बजे रवाना हुआ, जो 33 मिनट में यानी 5:40 बजे बस्सी पहुंचा. बताया जा रहा है कि इंजन की स्पीड 110 किलोमीटर थी.
जयपुर से बस्सी के बीच इलेक्ट्रिक इंजन को 110 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ाया गया और ट्रायल किया गया. वहीं, वापसी में इलेक्ट्रिक इंजन शाम को करीब 5:50 बजे बस्सी से चलकर शाम 6:18 बजे जयपुर स्टेशन पहुंचा. इलेक्ट्रिक इंजन का यह ट्रायल जयपुर प्रोजेक्ट के सीपीडी प्यारे लाल मीना के निर्देश पर किया गया. उनके निर्देश पर ही कोर और निजी कंपनी के इंजीनियर्स ने इलेक्ट्रिक इंजन का जयपुर से बस्सी के बीच ट्रायल किया.
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बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम को हुए स्पीड ट्रायल के बाद अब जयपुर-दिल्ली रूट पूरी तरह से इलेक्ट्रिफाइड हो चुका है. हालांकि, सिर्फ बांदीकुई-ढिगावडा के बीच अभी भी एक लाइन पर विद्युतीकरण का काम किया जा रहा है. लेकिन जल्द ही इस सेक्शन में भी अगले सप्ताह तक स्पीड ट्रायल हो जाएगा. इलेक्ट्रिफाइड के बाद अब केवल जयपुर-दिल्ली के बीच सिर्फ कमिश्नर फॉर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) की मंजूरी का ही इंतजार रह गया है. वहीं, दूसरी और सीआरएस का ग्रीन सिग्नल मिलते ही इस रूट पर भी इलैक्ट्रिक ट्रेनें जल्द ही दौड़ने लगेंगी.
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