गोविंददेव जी मंदिर में सुनहरे दिखे ठाकुर जी, प्रांगण में सजी अन्नकूट की झांकी
- कोरोनाकाल होने के कारण भक्तों की मौजूदगी नहीं रही. अन्नकूट महोत्सव पर सुबह ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक किया गया और उसके बाद ठाकुर जी और राधा रानी को विशेष सुनहरी पोशाक धारण करवाई गई.
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जयपुर: राजधानी जयपुर में दिवाली के दूसरे दिन रविवार को गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव मनाया गया. कई मंदिरों में दिन में प्रसाद बनाकर ठाकुरजी को भोग लगाया गया. शहर के गोविंददेव जी मंदिर में भी विशेष आयोजन किया. हालांकि कोरोनाकाल होने के कारण पहली बार यहां भक्तों की मौजूदगी नहीं रही.
मंदिर प्रबंधक मानस गोस्वामी ने बताया कि अन्नकूट महोत्सव पर सुबह ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक किया गया और उसके बाद ठाकुर जी और राधा रानी को विशेष सुनहरी पोशाक धारण करवाई गई. इस दौरान ठाकुर जी का विशेष श्रृंगार किया गया. दोपहर 12 से एक बजे तक अन्नकूट झांकी सजाई गई, जिसमें ठाकुर जी को छप्पन भोग अर्पित किए गए. इसमें मूंग, मोठ, गढ की सब्जी, कढ़ी, चावल व कई तरह के दूसरे पकवान और व्यंजन बनाकर ठाकुर जी को भोग लगाया गया. वहीं, दूसरी तरफ मंदिर के पश्चिम द्वार पर गोवर्धन पूजा और गाय-बछड़े का पूजन किया गया.
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मंदिर परिसर में ही गाय के गोबर से गिरीराज की झांकी सजाई गई. गोस्वामी ने बताया कि इस पूरे आयोजन के दौरान भक्तों का प्रवेश बंद रहा. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण लोगों की सुरक्षा को देखते हुए 30 नवंबर तक मंदिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद है. गोवर्धन पूजन के अवसर पर शहर की प्रमुख गौशालाओं में भी भक्तों की भीड़ रही। लोगों ने गायों की पूजा की और गुड व हरा चारा खिलाकर गौ-सेवा की। शहर के अन्य मंदिरों में भी अन्नकूट महोत्सव मनाया गया.
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