जयपुर: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन सेल्फ ड्राइविंग कार पर आयोजित हुआ वेबिनार

Smart News Team, Last updated: Sun, 6th Sep 2020, 8:31 AM IST
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन सेल्फ ड्राइविंग कार पर वेबिनार. जगतपुरा के स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान में हुआ कार्यक्रम
टेस्ला कार (फ़ाइल फ़ोटो)

जयपुर। जयपुर के जगतपुरा स्थित स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान में वेबीनार का आयोजन किया गया. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन सेल्फ ड्राइविंग कार विषय पर आईइटीई और आईएसटीई स्टूडेंट चैप्टर की ओर से एक वेबिनार का आयोजन किया गया.

वेबिनार में अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े लोगों ने भी भाग लिया. इस वेबिनार के मुख्य वक्ता सीनियर टेक्निकल इंजीनियर अंकित मंत्री थे जिन्होंने सेल्फ ड्राइविंग कार के इतिहास, इसमें प्रयोग होने वाली तकनीक,इसके महत्व और इसकी उपलब्धियों व सीमाओं पर परिचर्चा की. इस दौरान छात्रों ने भी परिचर्चा में भाग लेते हुए अपनी बात रखी. जिनमें से कुछ छात्रों ने कई जगहों पर बदलाव किए जाने की सलाह भी दी.

वेबिनार को संबोधित करते हुए अंकित मंत्री ने बताया कि लिडार जो कि सेल्फ ड्राइविंग कार की आंखों का काम करता है, उसकी मदद से सभी दिशाओं के ऑब्जेक्ट्स को डिटेक्ट किया जा सकता है.

इस कार में विभिन्न प्रकार के सेंसर्स से इनपुट लिया जाता है तथा उसके मदद से ही गति तथा रूट का नियंत्रण किया जाता है. इस प्रकार गाड़ी की गति समान बनी रहती है. इसके अलावा सड़क की गुणवत्ता व ऑब्जेक्ट डिटेक्शन के जरिए इसकी स्पीड को घटाती या बढ़ाती है.

ऑब्जेक्ट डिटेक्शन इस कार को एक्सीडेंट  से बचाता है. उन्होंने ये भी बताया कि सेल्फ ड्रिवेन कार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकी का भी प्रयोग होता है.

इससे वह मनुष्य की तरह से कार को चलाने में सक्षम होता है. समस्त खूबियों को बताने के साथ साथ ही अंकित ने इस तरह की कार के डिजाइन में आने वाली चुनौतियों के बारे में भी बताया.

कार्यकम के अंत में इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश अरोड़ा ने मुख्य वक्ता एवं सभी आयोजकों को धन्यवाद दिया. उन्होंने जो वेबिनार में शामिल होने वाले सभी लोगों के उज्जवल भविष्य की कामना की. 

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