लॉकडाउन में बिना कंडोम सेक्स कर रहे लोग, ग्लव्स बनाने को मजबूर हुई कंपनियां

Atul Gupta, Last updated: Mon, 10th Jan 2022, 5:04 PM IST
  • कोरोना महामारी को आपदा में अवसर मांग रही कंडोम निर्माता कंपनियों को जबर्रदस्त झटका गला है. लॉकडाउन के बावजूद दुनियाभर में कॉन्डोम की सेल बढने की बजाय 30 प्रतिशत कम हो गई है.
दुनियाभर में गिरी कंडोम की सेल (सांकेतिक फोटो)

जयपुर: कोरोना आपदा को अवसर की तरह देख रही कॉन्डोम कंपनियों को करारा झटका लगा है. आलम ये है कि कंपनियां कंडोम छोड़ गलव्स बना रही है क्योंकि उसकी डिमांड तेजी से बढ़ रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉन्डोम की सेल दुनियाभर में 40 प्रतिशत तक गिरी है. इसके विपरीत कॉन्डोम कंपनियों को उम्मीद थी कि कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में हैं तो कॉन्डोम की सेल बढ़ेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आंकड़े बताते हैं कि लोगों ने लॉकडाउन के दौरान लोगों ने बिना कॉन्डोम के यौन संबंध बनाए यानी कॉन्डोम की बिक्री में कोई बढोतरी नहीं हुई बल्कि कॉन्डोम की सेल गिर गई.

दुनिया के हर पांच में से एक कॉन्डोम बनाने वाली मलेशिया की कंपनी कारेक्स के मुताबिक अब वो कॉन्डोम की जगह मेलिकल ग्लव्स बना रहे हैं जिसकी दुनियाभर से डिमांड आ रही है. इससे पहले कारेक्स का अंदाजा था कि लॉकडाउन की वजह से लोग घर में रहेंगे तो कॉन्डोम की सेल बढ़ेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. ड्यूरेक्स ब्रांड से कंडोम बनाने वाली कंपनी कारेक्स दुनियाभर में फ्लेवर्ड कॉन्डोम बनाने के लिए जानी जाती है. कंपनी दुनियाभर के 140 देशों में कॉन्डोम निर्यात करती है. दुनियाभर में कॉन्डोम की गिरती डिमांड के चलते कंपनी के शेयर में 18 फीसदी की गिरावत दर्ज की गई है.

कॉन्डोम की खपत में गिरावट की एक वजह ये भी बताई जा रही है कि दुनियाभर में कोरोना के चलते सेक्सुअल वेलनेस सेंटर बंद कर दिए गए हैं. इसके अलावा सरकार ने कंडोम को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम भी फिलहाल कम कर दिए हैं जिससे सेल गिर रही है.

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