Navratri 2021: नवरात्रि के छठे दिन करें मां कात्यायनी की आरती, सुख और समृद्धि का मिलेगा वरदान

Anuradha Raj, Last updated: Fri, 1st Oct 2021, 7:22 PM IST
  • 7 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होने जा रहा है, जो 15 अक्टूबर तक चलने वाला है. नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. ये पर्व हिंदू धर्म हो समर्पित होता है.
Navratri 2021

नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. मां कात्यायनी के स्वरूप को ज्वलंत माना जाता है. जो लोग विधि-विधान से मां कात्यायनी की पूजा करते हैं, उन्हें शक्ति की प्राप्ति होती है. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि मां कात्यायनी प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सुख और समृद्धि का वरदान देती हैं. अगर आप कात्यायनी की पूजा करेंगे तो हर क्षेत्र में सफलता औ

 

इतना ही नहीं मां कात्यायनी अपने भक्तों को सुख और समृद्धि का भी वरदान देती हैं। मां कात्यायनी की तेजोमय छवि की पूजा आराधना करने से सफलता और प्रसिद्धि भी मिलती है। जानकारों के मुताबिक, मां कात्यायनी का मंत्र अत्यंत प्रभावशाली और शक्तिशाली होता है। विधि अनुसार मां कात्यायनी की पूजा करने से वह प्रसन्न होती हैं। मां कात्यायनी की पूजा में लाल गुलाब अवश्य अर्पित करना चाहिए। अगर लाल गुलाब संभव ना हो तो भक्त कोई भी लाल फूल अर्पित कर सकते हैं।

मां कात्यायनी की आरती

जय जय अंबे, जय कात्यायनी।

जय जगमाता, जग की महारानी।

बैजनाथ स्थान तुम्हारा।

वहां वरदाती नाम पुकारा।

कई नाम हैं, कई धाम हैं।

यह स्थान भी तो सुखधाम है।

हर मंदिर में जोत तुम्हारी।

कहीं योगेश्वरी महिमा न्यारी।

हर जगह उत्सव होते रहते।

हर मंदिर में भक्त हैं कहते।

कात्यायनी रक्षक काया की।

ग्रंथि काटे मोह माया की।

झूठे मोह से छुड़ाने वाली।

अपना नाम जपाने वाली।

बृहस्पतिवार को पूजा करियो।

ध्यान कात्यायनी का धरियो।

हर संकट को दूर करेगी।

भंडारे भरपूर करेगी।

जो भी मां को भक्त पुकारे।

कात्यायनी सब कष्ट निवारे।

 

मां कात्यायनी बीज मंत्र:

क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नमः

मां कात्यायनी के मंत्र:

1. ॐ देवी कात्यायन्यै नमः।।

2. एत्तते वदनम साओमय्म लोचन त्रय भूषितम।

पातु न: सर्वभितिभ्य, कात्यायनी नमोस्तुते।।

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