अक्षय त्रिपाठी को LDA वीसी बनाया गया, कानपुर नगर आयुक्त रहते किए कई बेहतरीन काम

Smart News Team, Last updated: Mon, 26th Jul 2021, 9:19 AM IST
  • नगर आयुक्त कानपुर रहते हुए अक्षय त्रिपाठी ने कानपुर वासियों के लिए कई बेहतरीन काम किए हैं. चाहे गुजरात से सेनीटाइज के लिए केमिकल मंगवाना हो या फिर पनकी के कूड़ा पहाड़ के निस्तारण कीजिए प्लांट बनवाना हो. शहर में प्रदूषण कम करने के लिए एंटी स्मॉग गन अक्षय त्रिपाठी के कार्यकाल में ही मंगवाए हैं.
कानपुर नगर निगम

कानपुर : उत्तर प्रदेश की सरकार ने रविवार के दिन कई आईएएस ऑफिसर के तबादले कर दिए हैं. जिसमें कानपुर नगर निगम के नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी को लखनऊ विकास प्राधिकरण का नया वीसी बना दिया गया है. कानपुर नगर आयुक्त रहते हुए अक्षय त्रिपाठी ने निगम के लिए कई ऐसे बेहतरीन काम किए हैं. जो पूरे कानपुर शहर वासियों को याद रहेगा. कोरोना का समय हो या फिर पनकी का कूड़ा पहाड़ सभी कामों को अक्षय त्रिपाठी ने बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया. अक्षय त्रिपाठी को कानपुर के नगर आयुक्तोंं में से माना जाता है. इसमें निगम के संसाधनों में भारी इजाफा किया है. जिसके लिए अक्षय त्रिपाठी को हमेशा याद किया जाएगा.

आइए समझते हैं. अक्षय त्रिपाठी नगर आयुक्त कानपुर रहते हुए ऐसा क्या काम कर दिया. सभी उनको याद कर रहे है. कानपुर शहर अपने कूड़े की ढेर से परेशान था. कूड़े का मैनेजमेंट करने के लिए गाड़ियां कम थी. लेकिन जैसे ही अक्षय नगर आयुक्त बनते हैं उन्होंने कूड़े के लिए करीब 400 गाड़ियां खरीद ली. इसके बाद अक्षय ने पनकी में कूड़े के पहाड़ का हल निकलते हुए. उसके लिए निस्तारण प्लांट खड़ा करवा दिया. शहर में बढ़ रहे प्रदूषण को कम करने के लिए एंटी स्मॉग गन मंगवा लिया. प्रदूषण कम करने के लिए उनका माइक्रो प्लान काफी चर्चा में रहा. कानपुर शहर अक्षय के नगर आयुक्त रहते हुए पूरे प्रदेश में गौशाला के रखरखाव में नंबर एक पर रहा.

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उन्हीं का कार्यकाल था कि कोरोना जैसी महामारी के बीच उन्होंने अपने दम पर शहर में सैनिटाइजेशन के लिए सोडियम हाइपो क्लोराइड गुजरात से मंगवाया. कानपुर शहर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में तेरह नंबर से बढ़कर तीसरे स्थान पर आ पहुंचा. अक्षय के नगर आयुक्त रहते हैं प्रधानमंत्री निधि योजना के तहत पूरे उत्तर प्रदेश से कानपुर से सर्वाधिक आवेदन किए गए. वित्त आयोग की तरफ से आए 266 करोड़ रुपए के कई प्रोजेक्ट तैयार करवाएं है. कानपुर नगर आयुक्त के पद से तबादले के पीछे महापौर से उनके विवाद को माना जा रहा है.

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