घर बैठे सिर्फ एक एप से पता लगा सकेंगे सोना असली है या नकली, शिकायत भी होगी दर्ज

Uttam Kumar, Last updated: Sat, 25th Dec 2021, 9:12 AM IST
  • भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा सोने चांदी की शुद्धता को परखने के लिए BIS Care एप लॉन्च किया गया है. अब घर बैठे गहने की टेस्टिंग और उससे जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी.  इसके साथ ही कोई गड़बड़ी पाए जाने पर शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे.
भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा सोने चांदी की शुद्धता को परखने के लिए BIS Care एप लॉन्च किया गया है.

कानपुर. अब सिर्फ एक एप की मदद से आप घर बैठे गहने से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. जैसे आपका सोना कितना शुद्ध है, इसे किसने बनाया है. दरअसल भारतीय मानक ब्यूरो की तरफ से BIS CARE  एप लॉन्च किया गया है. इसकी सहायता से आप अपने गहने से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही किसी तरह की गड़बड़ी दिखने पर आप इस एप की सहायता से शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं.

BIS CARE एप को गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है. इस एप को डाउनलोड करने के बाद आपको अपना मोबाईल नंबर और ईमेल की सहायता से रजिस्टर करना होगा. इसके बाद आप इसकी सहायता से नकली हॉलमार्क और आइडेंटिटी की तत्काल जांचकर सकेंगे. भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा लॉन्च किए गए बीआईएस के मोबाइल ऐप के जरिए यह भी पता लगाया जा सकता है की आपने जो सोना खरीदा वो कितना शुद्ध है.  

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ग्राहक इस एप पर मिलावटी सोना, लाइसेंस रजिस्ट्रेशन और हॉलमार्क नंबर को लेकर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है. इस एप का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ज्वेलरी का एचयूआईडी नंबर डालते यह सामने आ जाएगा कि उस ज्वेलरी को किस फर्म ने बनाया है. चाहे वो देश के किसी कोने के ज्वेलर ने बनाई हो. आपको बता दे दो ग्राम से अधिक की ज्वेलरी पर एचयूआइडी (हॉलमार्क यूनिक आईडी) को अनिवार्य कर दिया गया है. हॉलमार्क वाले सोने में हर उत्पाद के लिए छह अंकों का एक कोड होता है जो उसका यूनिक आइडेंटिटी नंबर होता है. 

हालांकि इस एप की लॉन्चिंग के बाद सर्राफा कारोबारियों ने आपत्ति जताई है सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि इस एप में एचयूआईडी नंबर डालते हैं सर्राफा व्यापारी और फर्म का नाम सामने आ जाता जिससे ग्राहकों  उनका ग्राहकों में भ्रम पैदा होगा और वे सोचेंगे कि जिससे ज्वेलरी खरीद रहे हैं ये उसकी नहीं है. यूपी सर्राफा एसोसिएशन अध्यक्ष महेश चंद्र जैन के अनुसार एचयूआईडी असली है या नहीं इसकी जांच के लिए ऐप लॉन्च करना सराहनीय पहल है. इससे ग्राहक और ज्वेलर्स दोनों के बीच पारदर्शिता बढ़ेगी लेकिन किसी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. 

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