जन ओषधि केंद्रों पर दवा की बिक्री में गिरावट, OPD खुलने के बाद भी नहीं कोई सुधार

Smart News Team, Last updated: Fri, 12th Mar 2021, 7:36 PM IST
  • जिला अस्पतालों में जन औषधि केंद्रों में ओपीडी के संचालन के बावजूद दवा की खरीद में आयी कमी में कोई सुधार देखने को नहीं मिला है. जिसकी मुख्य वजह यह है कि अस्पतालों में मरीजों के लिए बाहर की दवा लिखी जा रही है. इसलिए लोग मंहगी दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर है.
जिला अस्पताल के जन औषधि केंद्रों में दवा की बिक्री में गिरावट

कानुपर. जिला अस्पतालों के जन औषधि केंद्रों में दवा की खरीद में बढ़ोत्तरी की जगह कमी देखने को मिल रही है. यह स्थिति सबसे पहले कोविड के कारण उत्पन्न हुई थी. कोरोना की वजह से कुछ महीनों के लिए अस्पतालों के ओपीडी के संचालन को बंद करना पड़ा. जिस कारण इन औषधि केंद्रों में दवा की बिक्री लगभग नगण्य हो गयी. लेकिन अब जब ओपीडी का संचालन शुरू हो गया है. इसके बावजूद यहाँ दवा खरीदने कम लोग आ रहे है. 

हालांकि ओपीडी के शुरू होने के बाद मरीज यहाँ दवा लेने के लिए पहुंचने लगे थे. लेकिन अस्पताल से मरीजों के लिए बाहर की दवाएं लिखे जाने के कारण लोग दवा की निजी दुकान से मंहगी दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर है. जिस कारण इन केंद्रों में खरीद नहीं हो रही है. इस संबंध में जन औषधि केंद्र के संचालक अरुणोदय प्रताप सिंह का कहना है कि कोरोना काल से पहले दैनिक रूप से लगभग 15 से 20 हजार तक की दवाइयों की बिक्री हो जाती थी. लेकिन पहले की तुलना में अब केवल 30 से 40 फीसदी ही दवाइयों की बिक्री हो रही है. 

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अरुणोदय के अनुसार इस समय उनके यहाँ 176 दवाइयां उपलब्ध है. इसके अलावा 41 अन्य तरह की दवाइयां भी उपलब्ध है जिनमें विटामिन सीरप, आयरन सीरप आदि शामिल है. जन औषधि केंद्र के संचालन की शुरूआत भारत सरकार ने की थी. जिसका लक्ष्य मरीजों को सस्ती कीमत पर दवाइयां उपलब्ध कराना था. इसी वजह से इसका संचालन जिला अस्पतालों में भी किया गया. जिससे मरीजों को अस्पताल में ही सस्ती कीमत पर दवाइयां मिल सके.

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कोरो काल से पहले इन केंद्रों में बड़ी संख्या में दवाइओं की बिक्री होती थी. लेकिन कोविड के कारण ओपीडी का संचालन बंद हो गया. जिससे इन केंद्रों में भी दवाइयों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली. अब जब अस्पतालों में फिर से ओपीडी को शुरू किया गया है. इसके बावजूद केंद्रों की स्थिति में कोई सुधार देखने को नहीं मिला है.

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