उत्तराखंड में भारी बारिश से कानपुर में बढ़ा गंगा का जलस्तर, प्रशासन अलर्ट

Indrajeet kumar, Last updated: Thu, 21st Oct 2021, 1:57 PM IST
  • उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कानपुर में गंगा नदी के जलस्तर बढ़ गया है. पानी बढ़ने के वजह से नदी में रेत के टीले भी डूब गए हैं. हरिद्वार और नरौरा बैराज से भी पानी डिस्चार्ज किया गया है जिससे आने वाले दिनों में गंगा के जलस्तर में और बढ़ोतरी होगी.
गंगा नदी (फाइल फोटो)

कानपुर. उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश के कारण कानपुर में गंगा नदी के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हुई है. कानपुर में गंगा नदी में पानी बढ़ने के वजह से दोनों पाटों के बीच नजर आ रहे रेत के टीले भी नजर नहीं आ रहे हैं. पिछले 48 घंटे में हुई भारी बारिश के वजह से नदी के जलस्तर में लगभग 1 मीटर की बढ़ोतरी हुई है. आने वाले 2 महीनों मे ये जलस्तर और भी बढ़ने की आशंका है. क्योंकि हरिद्वार और  नरौरा बैराज ये भी काफी मात्रा में डिस्चार्ज किया गया है. मंगलवार को हरिद्वार से करीब 3.75 लाख क्यूसेक और बुधवार को करीब 2.30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. वहीं गुरुवार सुबह करीब 1.04 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की सूचना दी गई.

गौरतलब है कि गुरुवार को नरौरा बैराज से भी पानी का डिस्चार्ज बढ़ा है. बुधवार को वहां से 1.89 लाख क्यूसेक, तो गुरुवार को 2.04 लाख क्यूसेक पानी कानपुर बैराज की तरफ डिस्चार्ज किया गया. डिस्चार्ज किया गया ये पानी लगभग दो दिनों में कानपुर पहुंच जाएगा. फिलहाल कानपुर में जलस्तर बढ़ने का कारण चार दिनों पहले छोड़ गया पानी है.

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इधर कानपुर बैराज से बुधवार को 40226 क्यूसेक पानी प्रयागराज और फतेहपुर के तरफ छोड़ा गया है. गुरवार को पानी डिस्चार्ज होने की यह मात्रा 91968 क्यूसेक तक जा पहुंची है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बैराज के 20 दरवाजे खोले गए हैं. बैराज के गेज रीडर उत्तम पाल ने बताया कि भी 10 गेट बंद हैं मगर अगले दो दिनों में स्थिति को देखते हुए सभी गेट खोलने पड़ सकते हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल बैराज से शहर की तरफ डाउन स्ट्रीम में 112.78 मीटर जलस्तर मापा गया है. इसके अलावा शुक्लागंज में भी जलस्तर बढ़ा है.

 

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