बकाया बिल के चलते परिजनों को नहीं सौंपा शव, डीएम के आदेश पर हॉस्पिटल पर FIR
- कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के केशव नगर निवासी महेश चंद्र कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए टाटमिल स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.
कानपुर: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान प्राइवेट हॉस्पिटलों की मनमानी जारी है. कानपुर जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव परिजनों को नहीं सौंपने और हॉस्पिटल द्वारा बकाया बिल जमा करने का दबाव बनाए जाने पर डीएम के आदेश पर हॉस्पिटल पर FIR दर्ज की गई है.
जानकारी के मुताबिक, कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के केशव नगर निवासी महेश चंद्र कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए टाटमिल स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान अस्पताल ने इलाज के नाम पर 2.45 लाख रुपए पहले ही जमा करा लिए. बीते मंगलवार को महेश चंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई.
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वहीं, जब परिजनों ने हॉस्पिटल से शव मांगा तो उन्हें 4.85 लाख रुपए का बिल दे दिया. साथ ही परिजनों से कहा गया कि बकाया बिल जमा करने के बाद ही शव को दिया जाएगा. काफी देर तक परिजन अस्पताल प्रबंधन से शव देने के लिए गिड़गिड़ाते रहे लेकिन उन्हें शव नहीं दिया गया. जिसके बाद मृतक के बेटे ने जिलाधिकारी आलोक तिवारी से मामले की शिकायत की और शव दिलाने के लिए गुहार लगाई.
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वहीं, डीएम आलोक तिवारी ने तत्काल एक्शन लेते हुए एसीएम प्रथम और एसीएमओ को मौके पर भेजा और मामले की जांच के आदेश दिए. मौके पर पहुंचे एसीएम प्रथम आरपी वर्मा ने मृतक के परिजनों को शव दिलवाया. वहीं, मामले की जांच में पाया गया है कि हॉस्पिटल द्वारा कई चार्ज फर्जी तरीके से लगाए थे. जिसके बाद डीएम के आदेश पर एसीएमओ ने कृष्णा हॉस्पिटल के खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज कराई है.
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