बिजली कर्मचारियों के निजीकरण विरोधी आंदोलन से निबटने को तैयार पुलिस प्रशासन

Smart News Team, Last updated: Sat, 3rd Oct 2020, 2:00 PM IST
विद्युत विभाग के कर्मचारी सरकार के प्रस्तावित नीति के खिलाफ आंदोलन करने की तैयारी में है. यह आंदोलन शांतिपूर्वक हो इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने भी तैयारी कर ली है.
हड़ताल से पहले शांति व्यवस्था की जायजा लेती जिला प्रशासन

मेरठ. पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PUVNL) के निजीकरण के सरकार के फैसले के खिलाफ विद्युत विभाग के कर्मचारी पूरे प्रदेश में आंदोलन कर रहे हैं. इसके लिए वे विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पुलिस-प्रशासन और पावर कार्पोरेशन इस आंदोलन से निपटने के लिए कमर कस ली है. यह हड़ताल रविवार और सोमवार को प्रस्तावित है.

उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के चेयरमैन के निर्देश के बाद मेरठ जिले के डीएम, एसएसपी और पावर कार्पोरेशन अधिकारियों बिजली घरों पर पहुंचकर इसकी तैयारी कर रहे हैं. शनिवार सुबह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बिजली घरों का दौरा किया और वहां तैनात बिजली अफसरों से बातचीत की. यदि रविवार और सोमवार को बिजली कर्मचारी और अफसर हड़ताल पर जाते हैं तो इसके वैकल्पिक इंतजाम किए जा रहे हैं.

किसानों ने जमीन मुआवजे को ले भैंसा-बुग्गी चला रोका दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे

गौरतलब है कि विद्युत विभाग के कर्मचारी विभाग में हो रहे निजीकरण के खिलाफ लगातार धरना-प्रदर्शन और आंदोलन करते आ रहे हैं. इसमें नियमित कर्मचारियों के साथ संविदा कर्मचारी भी शामिल हैं. संविदा कर्मचारियों का कहना है कि एक तरफ हम संविदा कर्मचारी नियमित होने की उम्मीद कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ सरकार हमारे पुराने अधिकार ही छीनने की ताक में है. गौरतलब है कि बीजेपी के केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ लगातार सरकारी विभागों का निजीकरण का आरोप लगता रहा है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें