कानपुर में मिले नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकिन उनपर लेबल असली
- किदवईनगर चौराहे के पास पकड़े गए 3 लोगों के पास से बरामद 265 रेमडेसिविर इंजेक्शन के नकली होने की पुष्टि हुई है, लेकिन इनपर लगा रैपर असली बताया जा रहा है.

कानपुर: कोरोना महामारी के दौरान लोगों की इंसानियत भी मरती नज़र आ रही है. किदवईनगर चौराहे के पास पकड़े गए 3 लोगों के पास से बरामद 265 रेमडेसिविर इंजेक्शन के नकली होने की पुष्टि हुई है, लेकिन इनपर लगा रैपर असली बताया जा रहा है. फिलहाल इस मामले में पुलिस की जांच जारी है.
इस बारे में पुलिस का कहना है कि पकड़े गए रेमडेसिविर इंजेक्शन की पैकिंग को कंपनी से स्टाकिस्ट को सप्लाई होने के बाद बदला गया है. नकली इंजेक्शन तैयार कर उसपर कंपनी के बैच नंबर वाले स्टीकर चिपकाए गए. पुलिस अब इस जांच में जुटी है कि ये स्टीकर कंपनी से गायब हुए या फिर इन्हें स्कैन कर प्रिंट कराया गया.
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दरअसल पकड़े गए रेमडेसिविर इंजेक्शन को जब लैब में जांच के लिए भेजा गया तो सारे इंजेक्शन नकली पाए गए. फिर पुलिस ने इन इंजेक्शनों पर छपे बैच नंबरों के आधार पर जब हैदराबाद की हैट्रो कंपनी से संपर्क किया गया तो बैच नंबर कंपनी के ही होने की पुष्टि हुई.
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वहीं इस मामले में डीसीपी साउथ रवीना त्यागी का कहना है कि लैब रिपोर्ट में इंजेक्शन के नकली होने की बात सामने आई है. पुलिस की एक टीम कंपनी के हैदराबाद मुख्यालय के अफसरों के संपर्क में है.
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